
Prabhat Vaibhav,Digital Desk : मुजफ्फरपुर के विकास की रफ्तार अब और तेज होने जा रही है। शहर के मास्टर प्लान में अब छह और गांवों को शामिल करने का फैसला लिया गया है। इस विस्तार के बाद अब आयोजन क्षेत्र में शामिल गांवों की संख्या 216 से बढ़कर 222 हो जाएगी। इन नए गांवों में कांटी नगर परिषद के चार और माधोपुर सुस्ता नगर पंचायत के दो गांव शामिल हैं।
इस निर्णय की घोषणा गुरुवार को समाहरणालय सभागार में आयोजित एक महत्वपूर्ण बैठक में की गई। यह बैठक नगर आयुक्त एवं आयोजना क्षेत्र विकास प्राधिकरण के कार्यपालक पदाधिकारी विक्रम विरकर की अध्यक्षता में हुई। जिला पदाधिकारी एवं प्राधिकरण के अध्यक्ष सुब्रत कुमार सेन के निर्देश पर सभी विभागों के अधिकारियों की उपस्थिति में मास्टर प्लान की रूपरेखा को अंतिम रूप दिया गया।
बैठक में यह भी तय किया गया कि आयोजन क्षेत्र में आने वाली सभी सरकारी भूमि का खाता और खेसरा रिकॉर्ड एकत्रित किया जाएगा। इससे यह स्पष्ट होगा कि कौन सी भूमि किस विभाग के अंतर्गत आती है, जिससे भविष्य में भूमि उपयोग की योजना बनाने में पारदर्शिता बनी रहेगी और विकास कार्यों में तेजी लाई जा सकेगी।
बैठक में टेकमेक इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक हरजीत सिंह सहित अन्य विशेषज्ञों ने जीआईएस आधारित मास्टर प्लान की प्रस्तुति दी। मास्टर प्लान का उद्देश्य अगले 20 वर्षों तक शहरी और अर्ध-शहरी इलाकों का संतुलित और वैज्ञानिक विकास सुनिश्चित करना है। इसमें सड़कें, जल निकासी, आवास, व्यवसायिक उपयोग और पर्यावरणीय संतुलन को प्राथमिकता दी जाएगी।
नगर आयुक्त ने बताया कि एक व्यवहारिक और डेटा-आधारित मास्टर प्लान तभी संभव है जब सभी विभाग अपने-अपने भूमि और योजनाओं से संबंधित अद्यतन विवरण शीघ्रता से दें। इसके लिए संबंधित अधिकारियों को रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही, नोडल पदाधिकारी को सभी विभागों के साथ समन्वय स्थापित कर योजनाओं की समीक्षा बैठकें करने के लिए कहा गया है।
इस बैठक में एसएसपी, एसडीओ (पूर्वी और पश्चिमी), विभिन्न विभागों के कार्यपालक अभियंता और अन्य पदाधिकारी भी उपस्थित रहे। अब उम्मीद है कि इस नए मास्टर प्लान से मुजफ्फरपुर शहर की तस्वीर बदल जाएगी और विकास योजनाओं को नई दिशा मिलेगी।