img

Prabhat Vaibhav,Digital Desk : किडनी हमारे शरीर का एक महत्वपूर्ण अंग है, जो रक्त को छानने और विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने का काम करती है। अगर इस अंग में कैंसर शुरू हो जाए और समय पर इसका निदान न हो, तो यह जानलेवा साबित हो सकता है। शुरुआती दौर में किडनी कैंसर के लक्षण बहुत हल्के होते हैं, जिन पर लोग ध्यान नहीं देते।

किडनी कैंसर के लक्षण रात में भी दिखाई दे सकते हैं

डॉक्टरों के अनुसार, किडनी कैंसर के कुछ लक्षण रात में ज़्यादा स्पष्ट होते हैं। अगर आपको इनमें से कोई भी बदलाव दिखाई दे, खासकर सोने से पहले या सोते समय, तो सतर्क हो जाएँ:

  • रात में बार-बार पेशाब आना या पेशाब में खून आना
  • पीठ के निचले हिस्से या कमर में तेज दर्द
  • बिना कारण वजन कम होना
  • लगातार थकान और कमजोरी महसूस होना

विशेषज्ञों का कहना है कि रात में बार-बार पेशाब आने की समस्या कभी-कभी हार्ट फेलियर से जुड़ी हो सकती है। अपोलो हॉस्पिटल्स के वरिष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. विक्रम बी. कोल्हारी बताते हैं कि दिन में हार्ट फेलियर के मामलों में शरीर में, खासकर पैरों में, तरल पदार्थ जमा हो जाता है। जब हम रात में सोते हैं, तो यह तरल पदार्थ रक्त के साथ मिलकर किडनी तक पहुँच जाता है, जो इसे फ़िल्टर करके बार-बार पेशाब आने का कारण बनता है। हालाँकि, अगर रक्तस्राव या पीठ दर्द जैसे लक्षण दिखाई दें, तो किडनी कैंसर की जाँच करवाना ज़रूरी है।

किडनी कैंसर का खतरा क्यों बढ़ रहा है?

किडनी कैंसर के पीछे कई कारण हो सकते हैं। सबसे बड़ा कारण धूम्रपान है। अत्यधिक धूम्रपान करने वालों में इस बीमारी का खतरा कई गुना बढ़ जाता है। इसके अलावा, उच्च रक्तचाप और मोटापा भी इसके प्रमुख कारण हैं। लंबे समय तक दर्द निवारक दवाओं का अत्यधिक सेवन भी किडनी को नुकसान पहुँचाता है और कैंसर का खतरा बढ़ाता है।

स्वास्थ्य जोखिम

अगर किडनी कैंसर का समय पर निदान न किया जाए, तो यह सिर्फ़ किडनी तक ही सीमित नहीं रहता। यह बीमारी धीरे-धीरे फेफड़ों, हड्डियों और अन्य अंगों तक फैल सकती है। एक बार कैंसर फैल जाए, तो इसका इलाज मुश्किल और बहुत महंगा हो जाता है। इसलिए, इसका जल्द निदान बहुत ज़रूरी है।

इसे कैसे रोकें?

अपनी किडनी को स्वस्थ रखने के लिए, नियमित स्वास्थ्य जाँच करवाना ज़रूरी है, खासकर अगर आपको उच्च रक्तचाप, मोटापा या कैंसर का पारिवारिक इतिहास है। इसके अलावा, कुछ ज़रूरी कदम उठाने चाहिए:

  • वर्ष में एक बार स्वास्थ्य जांच करवाएं।
  • कम नमक और प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ खाएं।
  • धूम्रपान और शराब से दूर रहें।
  • अधिक पानी पियें और स्वस्थ आहार लें।

अगर आपको पेशाब में खून आना, लगातार पीठ दर्द या बिना किसी कारण के वज़न कम होना जैसे लक्षण दिखाई दें, तो तुरंत किसी नेफ्रोलॉजिस्ट से संपर्क करें। समय पर निदान आपकी जान बचा सकता है।