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Prabhat Vaibhav,Digital Desk : पंजाब के बठिंडा जिले के गांव मेहराज में एक बड़ा धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। यहां के 5 लोगों ने भारतमाला परियोजना के तहत अधिग्रहित जमीन के मुआवजे में 20 लाख रुपये प्रति एकड़ ज्यादा दिलवाने का झांसा देकर सैकड़ों किसानों से लाखों रुपये ठग लिए।

यह मामला तब उजागर हुआ जब बीते वीरवार को मुख्यमंत्री भगवंत मान बठिंडा पहुंचे और एक पीड़ित ने मंच से अपनी शिकायत सीधे सीएम के सामने रख दी। इस पर मुख्यमंत्री ने तुरंत संज्ञान लेते हुए बठिंडा की एसएसपी अमनीत कौंडल को मंच पर बुलाया और मामले में तुरंत FIR दर्ज करने का आदेश दिया।

जांच के बाद थाना सिटी रामपुरा पुलिस ने गांव मेहराज के कुलविंदर सिंह, परविंदर सिंह, मलकीत सिंह उर्फ बागडू, जगमोहन सिंह और हरपाल सिंह के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है। पुलिस अब तक तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है, जबकि दो की तलाश जारी है।

जानकारी के अनुसार आरोपियों ने किसानों को यह कहकर बरगलाया कि उन्हें सरकार की ओर से मिले 50 लाख रुपये प्रति एकड़ के बजाय 70 लाख रुपये तक मुआवजा दिलवा देंगे। इसके लिए उन्होंने किसानों से प्रति एकड़ 20,000 से 30,000 रुपये वसूले।

नगर पंचायत मेहराज के पार्षद रणजोध सिंह जोधा ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि करीब ढाई साल पहले केंद्र सरकार ने भारतमाला योजना के तहत गांव की जमीन अधिग्रहित की थी। इसके बाद इन आरोपियों ने उन किसानों को निशाना बनाना शुरू किया, जिनकी जमीन अधिग्रहित हुई थी। उन्होंने किसानों को यह कहकर झांसे में लिया कि वे दिल्ली में सरकार से संपर्क कर 20 लाख रुपये प्रति एकड़ अतिरिक्त दिलवा सकते हैं।

एक पीड़ित ने बताया कि उसने अपनी ढाई एकड़ जमीन पर अतिरिक्त मुआवजा पाने के लिए कुलविंदर सिंह को 42 हजार रुपये दिए थे, लेकिन उसे अब तक कोई रकम नहीं मिली।

फिलहाल पुलिस इस मामले की गहराई से जांच कर रही है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या आरोपी किसी राजनीतिक दल या किसान यूनियन से जुड़े हुए हैं।