
Prabhat Vaibhav,Digital Desk : पूर्वांचल की सड़क कनेक्टिविटी को एक नई दिशा देने जा रहे गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे का उद्घाटन शुक्रवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ करेंगे। यह भव्य परियोजना गोरखपुर से आजमगढ़ तक 91.35 किमी लंबी है, जो न सिर्फ चार जिलों को जोड़ती है, बल्कि क्षेत्र के आर्थिक विकास के द्वार भी खोलती है।
इस एक्सप्रेसवे की शुरुआत गोरखपुर के जैतपुर से होती है और यह आजमगढ़ के सलारपुर तक जाता है, जहां यह पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से मिल जाता है। गोरखपुर, संतकबीरनगर, अंबेडकरनगर और आजमगढ़ के बीच बन रहे इस फोरलेन एक्सप्रेसवे को भविष्य में सिक्सलेन में बदला जा सकता है।
इस परियोजना पर कुल 7283.28 करोड़ रुपये की लागत आई है, और इसे दो चरणों में बनाया गया है – पहला भाग जैतपुर से फुलवरिया तक और दूसरा फुलवरिया से सलारपुर तक। निर्माण कार्य एपको इंफ्राटेक और दिलीप बिल्डकॉन जैसी नामचीन कंपनियों ने किया है।
गोरखपुर से लखनऊ की यात्रा होगी आसान
यह एक्सप्रेसवे सिर्फ एक सड़क नहीं, बल्कि गोरखपुर से लखनऊ जाने वालों के लिए एक तेज़ और सुरक्षित रास्ता है। अब लखनऊ की दूरी सिर्फ साढ़े तीन घंटे में तय हो सकेगी। वहीं गोरखपुर के दक्षिणांचल जैसे उरूवा, खजनी और बेलघाट जैसे क्षेत्रों तक पहुंच भी पहले से कहीं ज्यादा तेज़ और सुविधाजनक हो जाएगी।
मुख्यमंत्री खुद करेंगे सफर
उद्घाटन के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद इस एक्सप्रेसवे से सफर करेंगे। वह आजमगढ़ के सलारपुर से यात्रा शुरू कर गोरखपुर के भगवानपुर टोल प्लाजा तक पहुंचेंगे और वहां आयोजित जनसभा को संबोधित करेंगे। इस सफर में वह कम्हरियाघाट पुल का निरीक्षण भी करेंगे।
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे पर सफर करने वालों की सुरक्षा का भी खास ख्याल रखा गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस अवसर पर यूपीडा की सुरक्षा फ्लीट को हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। इसमें इनोवा, कैंपर, एम्बुलेंस, क्रेन और हाइड्रा वाहन शामिल हैं।
हरिशंकरी का पौधरोपण कर देंगे पर्यावरण संरक्षण का संदेश
भगवानपुर टोल प्लाजा के पास मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्मृति स्वरूप हरिशंकरी का पौधा लगाकर पर्यावरण संरक्षण का भी संदेश देंगे। उनके साथ अन्य मंत्री और जनप्रतिनिधि भी पौधारोपण में शामिल होंगे।
फोटो गैलरी से श्रमिकों को सम्मान
मुख्यमंत्री दोनों लोकार्पण स्थलों पर यूपीडा द्वारा लगाई गई फोटो गैलरी देखेंगे और निर्माण में जुटे श्रमिकों के साथ फोटो खिंचवाकर उनका मनोबल बढ़ाएंगे।