
Prabhat Vaibhav,Digital Desk : सावन शिवरात्रि के पावन अवसर पर, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और गोरक्षपीठाधीश्वर, महंत योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर में स्थित मानसरोवर मंदिर में विशेष 'रुद्राभिषेक' पूजा अर्चना की। सुबह-सुबह मंदिर पहुंचकर उन्होंने महादेव का विधि-विधान से अभिषेक किया और संपूर्ण राष्ट्र के साथ-साथ प्रदेश की जनता के सुख-समृद्धि, शांति और मंगल की कामना की।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सबसे पहले शिवालय पहुंचकर मंत्रोच्चार के बीच भगवान शिव का दूध, दही, गंगाजल, घी और शहद जैसे पवित्र द्रव्यों से रुद्राभिषेक किया। वैदिक मंत्रों के उच्चारण से पूरा मानसरोवर मंदिर परिसर भक्तिमय हो उठा था। इस दौरान मंदिर के पुजारी और अन्य श्रद्धालु भी मौजूद थे, जिन्होंने पूरी श्रद्धा और आस्था के साथ मुख्यमंत्री को यह पूजा संपन्न कराते देखा।
रुद्राभिषेक के बाद, योगी आदित्यनाथ ने ध्यान लगाया और भगवान शिव से देश और प्रदेश को हर तरह के संकट से मुक्त करने, समृद्धि लाने और लोगों के जीवन में खुशहाली सुनिश्चित करने की प्रार्थना की। उनका यह आध्यात्मिक कदम उनकी दोहरी भूमिका – एक राजनेता और एक धार्मिक नेता – का परिचायक है, जहाँ वे शासन के साथ-साथ धर्म और आस्था के माध्यम से लोक कल्याण की भावना को भी प्राथमिकता देते हैं। यह परंपरा गोरक्षपीठाधीश्वर के रूप में उनके कर्तव्यों का एक अभिन्न हिस्सा है, जहाँ वे पर्व-त्योहारों पर विशेष पूजा-अर्चना कर राष्ट्र और जन के हित में कामना करते हैं।