
Prabhat Vaibhav,Digital Desk : मसालेदार खाना, ज़्यादा चाय-कॉफ़ी पीना या फिर खाली पेट रहने की आदत, ये सभी चीज़ें अक्सर पेट में एसिड बढ़ा देती हैं, जो आगे चलकर सीने में जलन की वजह बन जाती है। यह सूजन सिर्फ़ खाने के बाद ही नहीं, बल्कि लेटते समय भी ज़्यादा तकलीफ़देह हो जाती है। अगर आपको भी सीने में जलन की समस्या है और आप बिना दवा के इससे छुटकारा पाना चाहते हैं, तो ये प्राकृतिक घरेलू उपाय कारगर साबित हो सकते हैं।
ठंडा दूध: ठंडा दूध पेट में एसिड को तुरंत शांत करता है। इसमें कैल्शियम भी होता है जो एसिड को नियंत्रित करने में मदद करता है। बिना चीनी वाला 1 गिलास ठंडा दूध धीरे-धीरे पिएँ। ज़रूरत पड़ने पर आप इसे दिन में दो बार भी ले सकते हैं।
सौंफ: सौंफ में एंटी-एसिड गुण होते हैं जो पेट की जलन और गैस को कम करते हैं। यह पाचन क्रिया को भी बेहतर बनाती है। 1 चम्मच सौंफ चबाएँ या सौंफ का पानी बनाकर पिएँ। इसके लिए रात भर भीगी हुई सौंफ को सुबह छानकर पिएँ।
अदरक: अदरक में सूजन-रोधी गुण होते हैं जो पेट की एसिडिटी और सूजन को कम करते हैं। अदरक के एक पतले टुकड़े को गर्म पानी में 5 मिनट तक उबालें और गुनगुना पिएं।
केले : केले पेट में एक प्राकृतिक परत बनाते हैं, जो एसिड को पेट की परत को नुकसान पहुँचाने से रोकता है। दिन में दो बार एक पका हुआ केला खाएँ, खासकर खाली पेट नहीं।
एलोवेरा जूस : एलोवेरा जूस शरीर की गर्मी और एसिडिटी को कम करता है और पेट को आराम पहुँचाता है। भोजन से 20 मिनट पहले 1/4 कप एलोवेरा जूस पिएँ। शुद्ध और बिना चीनी वाला जूस चुनें।
तुलसी के पत्ते: तुलसी में एंटी-एसिड गुण होते हैं जो पाचन को स्वस्थ रखते हैं और सीने की जलन से राहत दिलाते हैं। 4 तुलसी के पत्ते चबाएं या तुलसी की चाय बनाकर पिएं।
अम्लता के कारण
मसालेदार और तले हुए खाद्य पदार्थ: अत्यधिक मसालेदार, तीखे और तैलीय खाद्य पदार्थ पेट में एसिड के उत्पादन को बढ़ाते हैं और पाचन क्रिया को धीमा कर देते हैं।
- खट्टे फल और टमाटर: संतरे, नींबू, अंगूर, टमाटर और उनके उत्पाद (जैसे टमाटर सॉस) कुछ लोगों में अम्लता पैदा कर सकते हैं।
कैफीनयुक्त पेय: चाय, कॉफी और अन्य कैफीनयुक्त पेय एसिड उत्पादन को बढ़ा सकते हैं।
कार्बोनेटेड पेय: सोडा और अन्य कार्बोनेटेड पेय पेट में दबाव बढ़ाते हैं, जिससे एसिड बन सकता है।
शराब: शराब के सेवन से ग्रासनली स्फिंक्टर शिथिल हो जाता है और एसिड का उत्पादन बढ़ जाता है।