
Prabhat Vaibhav,Digital Desk : दीपावली से पहले पांच हजार परिवारों की खुशियों पर पानी फिर गया। लोहिया उपकेंद्र के शटडाउन के दौरान बिजली निगम के अभियंताओं की लापरवाही ने सबको परेशान कर दिया। तय समय शाम चार बजे तक बिजली आने का था, लेकिन बिजली रात 7:15 बजे आई।
सड़क चौड़ीकरण और लाइन शिफ्टिंग के कारण विद्युत माध्यमिक कार्यखंड ने दोपहर 12 बजे से शाम चार बजे तक लोहिया उपकेंद्र बंद करने का फैसला किया था। लेकिन काम शुरू होने में देरी हुई और बिजली दोपहर दो बजे से ही ठप हो गई।
उपभोक्ताओं ने उम्मीद की कि शाम तक बिजली बहाल हो जाएगी, लेकिन पांच बजे तक भी आपूर्ति नहीं हुई। अंधेरा होने के कारण घरों में इन्वर्टर तक जवाब देने लगे। कई लोगों ने उपकेंद्र पर फोन किया, लेकिन कोई रिस्पॉन्स नहीं मिला। अवर अभियंता भी कॉल का जवाब देने में विफल रहे।
टाउनहाल खंड के अधिशासी अभियंता अंकित कुमार ने कहा कि काम में देरी होने से यह दिक्कत हुई। वहीं विद्युत माध्यमिक कार्यखंड के अधिशासी अभियंता सुजीत गुप्ता ने लोक निर्माण विभाग के ठेकेदार की लापरवाही को वजह बताया और कहा कि नोटिस जारी किया जाएगा। भविष्य में ऐसी समस्या न हो इसके लिए नई कार्ययोजना बनाई जाएगी।
शटडाउन लेने के बावजूद लापरवाही:
अभियंताओं ने दोपहर दो बजे तक काम शुरू न होने पर शटडाउन लेने से मना कर दिया था। उन्हें कहा गया कि दो घंटे में काम पूरा नहीं होगा और इसे अगले दिन किया जाए, लेकिन उनकी बात नहीं मानी गई और मोहद्दीपुर से शटडाउन ले लिया गया।
पाम पैराडाइज में भी हुआ असर:
लोहिया और पाम पैराडाइज उपकेंद्र एक ही लाइन से जुड़े हैं। लोहिया उपकेंद्र की बिजली ठप करने के लिए दोपहर 1:45 बजे मोहद्दीपुर से शटडाउन लिया गया। लाइन काटने के बाद दोपहर 2:15 बजे आपूर्ति बहाल की गई, लेकिन इसी प्रक्रिया के कारण पाम पैराडाइज उपकेंद्र एक घंटे तक बिना बिजली रहा।
पोल पर गिरकर घायल कर्मचारी:
पिछले सप्ताह लोहिया उपकेंद्र क्षेत्र में पोल पर काम कर रहा निविदा लाइनमैन गिर गया। उसे अस्पताल में भर्ती कराने में अभियंताओं ने घंटों समय गंवाया। लाइनमैन को बीमा के जरिए प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया है। आरोप है कि अभियंता आर्थिक सहायता देने में भी पीछे रहे।
इस पूरी घटना से साफ है कि लापरवाह समन्वय और समय पर निर्णय न लेने की वजह से हजारों उपभोक्ताओं की परेशानी बढ़ी और दीपावली की तैयारियाँ अधूरी रह गईं।