
Prabhat Vaibhav,Digital Desk : अमेरिका द्वारा ईरान के तीन बड़े परमाणु ठिकानों पर हमला किए जाने के बाद इस क्षेत्र में सैन्य गतिरोध और गहरा गया है। इस हमले के जवाब में ईरान ने इजरायल के प्रमुख शहरों तेल अवीव और हाइफा पर मिसाइलों की बरसात कर दी। इसके तुरंत बाद इजरायल ने भी आक्रामक रुख अपनाते हुए ईरान की सैन्य क्षमताओं पर बड़ा हमला किया। अब इजरायली डिफेंस फोर्सेज (आईडीएफ) ने दावा किया है कि उसने ईरान के छह सैन्य हवाई ठिकानों को निशाना बनाया है और 15 लड़ाकू विमानों और हेलीकॉप्टरों को नष्ट कर दिया है।
आईडीएफ का दावा- ईरानी वायुसेना को भारी नुकसान
आईडीएफ ने कहा है कि जिन ईरानी विमानों को निशाना बनाया गया, वे इजरायली विमानों पर हमला करने और इजरायली ऑपरेशन को बाधित करने के लिए तैयार थे। दावा किया गया है कि इस कार्रवाई में हेलीकॉप्टर समेत कुल 15 हवाई लड़ाकू मशीनें नष्ट हो गईं।
केरमानशाह में एक मिसाइल बेस पर भी हमला किया गया।
आईडीएफ के बयान के अनुसार, इसकी सैन्य खुफिया एजेंसी से मिली जानकारी के आधार पर, ईरान के केरमानशाह क्षेत्र में सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइलों के कई प्रक्षेपण और भंडारण स्थल भी नष्ट कर दिए गए। ये मिसाइलें इजरायल के खिलाफ संभावित हमले के लिए तैयार की जा रही थीं।
इज़रायल का उद्देश्य: हवाई वर्चस्व और सुरक्षा सुनिश्चित करना
IDF ने स्पष्ट कर दिया है कि वह ईरानी शासन की सैन्य क्षमताओं को लगातार कमज़ोर कर रहा है और भविष्य में हमलों को तेज़ करेगा। इसका उद्देश्य इज़रायल की हवाई सुरक्षा सुनिश्चित करना और क्षेत्रीय हवाई वर्चस्व को बनाए रखना है।
इजरायली हमला ईरान द्वारा अमेरिकी हवाई हमलों के जवाब में इजरायल पर मिसाइल दागे जाने के एक दिन बाद हुआ है। ईरान की प्रतिक्रिया अमेरिका द्वारा ईरान के फोर्डो, नतांज़ और इस्फ़हान परमाणु स्थलों पर बमबारी के तुरंत बाद आई है, और अब इजरायल ने भी अपना सैन्य अभियान तेज़ कर दिया है।