Prabhat Vaibhav,Digital Desk : पंजाब के अमृतसर से कांग्रेस सांसद गुरजीत सिंह औजला ने मलेशिया से डिपोर्ट होकर लौटे भारतीय युवाओं से मुलाकात की। उन्होंने इन युवाओं के साथ हुए अमानवीय और अपमानजनक व्यवहार को लेकर गहरी चिंता व्यक्त की। सांसद ने इस मामले में केंद्र सरकार से तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है।
दिल्ली के श्री गुरु रामदास जी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर सांसद औजला की युवाओं से मुलाकात हुई। इन युवाओं को मलेशिया से जबरन वापस भेजा गया था। उन्होंने अपने अनुभव साझा किए, जिनमें एयरपोर्ट पर अधिकारियों द्वारा घंटों तक रोके जाने और मानसिक एवं शारीरिक उत्पीड़न का उल्लेख शामिल था।
युवाओं के साथ हुई परेशानियों पर सांसद का विरोध
सांसद औजला ने कहा कि ये युवा टूरिस्ट और रोजगार वीजा पर मलेशिया गए थे, लेकिन वहां उन्हें अत्यंत अपमानजनक तरीके से पेश किया गया। पूछताछ के नाम पर उन्हें घंटों तक रोके रखा गया और कई बार मानसिक और शारीरिक उत्पीड़न झेलना पड़ा। सांसद ने इस घटनाक्रम को गंभीर और चिंताजनक बताया, विशेष रूप से पंजाबी युवाओं को निशाना बनाए जाने पर।
औजला ने मलेशिया सरकार की कार्रवाई की कड़े शब्दों में निंदा की और कहा कि किसी भी भारतीय नागरिक के साथ विदेशी धरती पर इस तरह का व्यवहार स्वीकार्य नहीं है। उन्होंने जोर दिया कि यह केवल कुछ युवाओं की समस्या नहीं है, बल्कि देश के नागरिकों की गरिमा और सुरक्षा से जुड़ा अंतरराष्ट्रीय मुद्दा है।
विदेश मंत्री के समक्ष मामला उठाया जाएगा
सांसद ने स्पष्ट किया कि युवाओं की शिकायतों को जल्द ही केंद्रीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर के संज्ञान में लाया जाएगा। इसके साथ ही मलेशिया स्थित भारतीय दूतावास से तुरंत संपर्क कर पूरे घटनाक्रम की जानकारी साझा की जाएगी। इसका उद्देश्य है कि भविष्य में किसी भी भारतीय नागरिक के साथ इस तरह की घटनाएँ न हों।




