प्रभात वैभव डेस्क। मध्य पूर्व में हालात विस्फोटक हो गए हैं। ईरान ने इजरायल पर हमला कर दिया है। ईरान ने इजरायल पर 185 ड्रोन, 110 बैलिस्टिक और 36 क्रूज मिसाइलें दागी हैं। हालांकि, इजरायल ने सभी मिसाइलों को आसमान में ही नष्ट कर दिया। जानकारी के मुताबिक़ उसके सिर्फ एक सैन्य ठिकाने को मामूली नुकसान पहुँची है। एक बच्ची के घायल होने के भी समाचार हैं।
उधर अमेरिका और ब्रिटेन ने खुलकर इजरायल का समर्थन किया है। दोनों देशों ने क्षेत्र में अपने लड़ाकू विमान और युद्धपोत तैनात कर दिए है। वहीँ भारत ने हालात पर चिंता व्यक्त करते हुए दोनों पक्षों से हिंसा से परहेज़ करते हुए बातचीत का रास्ता अपनाने की अपील की है।
अंतर्राष्ट्रीय ख़बरों के मुताबिक़ ईरान ने इजरायल पर 185 ड्रोन और 110 जमीन से जमीन पर मार करने वाली बैलिस्टिक और 36 क्रूज मिसाइलों से हमला किया। इनमे से कुछ मिसाइलें इराक और यमन से भी दागी गई हैं। ईरानी हमले की सूचना मिलते ही अमेरिका और ब्रिटेन समेत पश्चिमी देश इजरायल की रक्षा के लिए तत्पर हो गए। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि इजरायल ने ईरान की तरफ से दागी गईं लगभग सभी मिसाइलों और ड्रोन को मार गिराया है।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने ईरानी हमले की सख्त निंदा करते हुए कहा है कि यूएस इसराइल की सुरक्षा के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।
हम इसराइल के नेताओं के साथ लगातार संपर्क में हैं। हम इजरायल के लोगों को बचाने के लिए हर आवश्यक कदम उठाएंगे। इजरायल पर ईरानी हमले के बाद अमेरिका ने आज ही जी - 7 के नेताओं की बैठक बौलाए है।
उधर ब्रिटेन भी खुलकर इजरायल के पक्ष में आ गया है। ब्रिटेन के प्रधान मंत्री ऋषि सुनक ने इजरायल पर ईरान के हमलों की सख्त निंदा की है। ऋषि सुनक ने कहा कि ब्रिटेन इसराइल और अपने सभी क्षेत्रीय भागीदारों की सुरक्षा के लिए खड़ा रहेगा। खबरों के मुताबिक़ ब्रिटेन ने एहतियात के तौर पर अपने लड़ाकू विमानों को अलर्ट कर दिया है।
भारत ने ईरान और इजरायल के बीच सैन्य टकराव पर गंभीर चिंता व्यक्त की है। भारत ने दोनों देशों से तत्काल टकराव बंद कर कूटनीति के जरिये अपनी समस्याओं का समाधान तलाशने का आग्रह किया है। भारत ने कहा कि ताजा हालातों से मध्य पूर्व में शांति और सुरक्षा के लिए खतरा पैदा हो गया है।