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Prabhat Vaibhav,Digital Desk : बीते 20 मई को बठिंडा की केंद्रीय जेल में कैदी अजीत सिंह की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत होने के बाद जिला प्रशासन की ओर से मामले की न्यायिक जांच शुरू कर दी गई है। वीरवार को जांच के तहत न्यायिक टीम ने सिविल अस्पताल पहुंचकर मेडिकल सबूत जुटाए और शव का पोस्टमार्टम करने वाली डॉक्टरों की टीम से विस्तृत जानकारी ली। इस दौरान थाना कैंट के पुलिस अधिकारी और सुरक्षा कर्मी अस्पताल में तैनात रहे।

गांव जेठूके निवासी अजीत सिंह के खिलाफ वर्ष 2021 में नशा तस्करी का मामला दर्ज हुआ था और वह बठिंडा सेंट्रल जेल में बंद था। पुलिस के अनुसार, उसका शव जेल की बैरक में फांसी के फंदे से लटका पाया गया था। बताया गया है कि उसने खिड़की की लोहे की ग्रिल से कपड़ा बांधकर खुदकुशी की।

हालांकि मृतक के परिजनों और किसान संगठनों ने इस घटना को संदिग्ध बताते हुए जेल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि घटना की निष्पक्ष जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। इसके बाद जिला प्रशासन ने मामले की न्यायिक जांच के आदेश दिए। ड्यूटी मजिस्ट्रेट ने जेल में जाकर अधिकारियों और परिजनों से बयान दर्ज किए तथा तीन डॉक्टरों का पैनल गठित कर शव का पोस्टमार्टम करवाया।

थाना कैंट के प्रभारी इंस्पेक्टर दलजीत सिंह ने कहा कि पूरी जांच और पूछताछ के बाद ही यह स्पष्ट होगा कि कैदी की मौत कैसे हुई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट और डॉक्टरों की मेडिकल राय आने के बाद मामले की कार्रवाई आगे बढ़ाई जाएगी।