
Prabhat Vaibhav,Digital Desk : सावन में बाबा विश्वनाथ के दर्शन के लिए हर साल लाखों श्रद्धालु काशी पहुंचते हैं। पिछली बार जहाँ यह संख्या 7-8 लाख थी, वहीं इस बार अनुमान लगाया जा रहा है कि यह आंकड़ा 9 से 10 लाख तक जा सकता है। ऐसे में जिला और मंदिर प्रशासन ने पहले से तैयारियां शुरू कर दी हैं।
गुरुवार को प्रशासन और मंदिर अधिकारियों की एक अहम बैठक हुई, जिसमें श्रद्धालुओं की भीड़, सुरक्षा, पार्किंग और दर्शन व्यवस्था को लेकर गहन चर्चा की गई। मंडलायुक्त एस. राजलिंगम ने सभी विभागों को निर्देश दिए कि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो, इसके लिए सभी सेवाओं को आपसी समन्वय के साथ प्रभावी रूप से लागू किया जाए।
उन्होंने पेयजल, चिकित्सा, पीए सिस्टम, साफ-सफाई, वृद्ध और दिव्यांग भक्तों के लिए ई-रिक्शा सुविधा, पार्किंग और सुरक्षा व्यवस्थाओं को प्राथमिकता देने को कहा। साथ ही गलियों में झूलते बिजली के तारों को व्यवस्थित करने, सीसीटीवी और अन्य उपकरणों को सुचारू करने का निर्देश भी दिया गया।
मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्वभूषण ने बताया कि श्रद्धालुओं के स्वागत की सभी तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं। इस बार भी भीड़ नियंत्रण के लिए जिग-जैग रेलिंग के साथ दोनों तरफ बैरिकेड्स लगाए जाएंगे। साथ ही कतार में खड़े श्रद्धालुओं के लिए इंडस्ट्रियल एयर कूलर और शीतल पेयजल की व्यवस्था रहेगी। मेडिकल टीम और ओआरएस की उपलब्धता भी सुनिश्चित की गई है।
धाम न पहुंच सकने वाले भक्तों के लिए मंदिर न्यास की वेबसाइट, यूट्यूब चैनल और टाटा स्काई जैसे माध्यमों से लाइव दर्शन की व्यवस्था की गई है।
बैठक से पहले मंडलायुक्त ने धाम का निरीक्षण किया और बची हुई तैयारियों को जल्द से जल्द पूरा करने का आदेश दिया।
काशीवासियों के लिए दर्शन व्यवस्था
सावन इस वर्ष 11 जुलाई से शुरू होकर 8 अगस्त की पूर्णिमा तक चलेगा। मुख्य कार्यपालक अधिकारी के अनुसार, काशी निवासी सावन के सोमवारों और पर्व के दिन छोड़कर बाकी दिनों में सुबह व शाम 4 से 5 बजे के बीच बाबा का दर्शन कर सकेंगे।
श्रद्धालुओं के लिए निर्देश:
खाली पेट कतार में न लगें, क्योंकि दर्शन में समय लग सकता है।
धाम में प्रवेश से पहले मोबाइल, स्मार्टवॉच, तंबाकू, कंघा, पेन, कॉस्मेटिक या बड़े बैग जैसी वस्तुएं साथ न लाएं, ये सभी वर्जित हैं।