
Prabhat Vaibhav,Digital Desk : कांग्रेस नेता राहुल गांधी भारतीय संसद में विपक्ष के नेता के रूप में देखे जाते हैं। यह पद बहुत ज़िम्मेदारी भरा होता है। साथ ही, वेतन और सुविधाएँ भी बहुत अच्छी होती हैं। आइए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं...
विपक्ष का नेता बनने के बाद, राहुल गांधी को कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया गया। इसके साथ ही, उन्हें कैबिनेट स्तर की सुरक्षा, एक विशेष सरकारी वाहन, आवास, स्टाफ और कई अन्य सुविधाएँ भी दी गईं।
कितना वेतन?
राहुल गांधी को हर महीने लगभग 3.30 लाख रुपये वेतन मिलता है। सालाना आधार पर यह राशि लगभग 39.60 लाख रुपये होती है। उन्हें यह वेतन सांसद वेतन, निर्वाचन क्षेत्र भत्ता, आतिथ्य भत्ता और अन्य सुविधाओं के साथ मिलता है। इसके अलावा, उनके पास 1 निजी सचिव, 2 अतिरिक्त निजी सचिव, 2 सहायक निजी सचिव, 2 निजी सहायक, 1 हिंदी स्टेनो, 1 क्लर्क, 1 सफाई कर्मचारी और 4 चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी भी हैं।
उनकी शिक्षा कितनी है?
राहुल गांधी की शिक्षा की बात करें तो उन्होंने दिल्ली के सेंट स्टीफंस कॉलेज से पढ़ाई की। उन्होंने 1989 में यहाँ दाखिला लिया, लेकिन सुरक्षा कारणों से उन्हें कॉलेज छोड़ना पड़ा। फिर 1990 में उन्होंने अमेरिका के हार्वर्ड विश्वविद्यालय में दाखिला लिया। लेकिन अपने पिता की हत्या के कारण उन्हें विश्वविद्यालय छोड़ना पड़ा।
रिपोर्टों के अनुसार, हार्वर्ड के बाद राहुल गांधी ने फ्लोरिडा के रोलिंस कॉलेज में दाखिला लिया, जहाँ उन्होंने 1991 से 1994 तक पढ़ाई की। यहाँ से उन्होंने कला स्नातक (बी.ए.) की पढ़ाई की। 1995 में, राहुल गांधी ने कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय के ट्रिनिटी कॉलेज में दाखिला लिया। जहाँ से उन्होंने एम.फिल. की डिग्री हासिल की।
कितनी है संपत्ति?
1977 के अधिनियम के तहत, जब तक राहुल गांधी विपक्ष के नेता पद पर रहेंगे, उन्हें बिना किराए का एक सुसज्जित सरकारी आवास मिलेगा। इसके अलावा, उस घर के रखरखाव के लिए उनसे कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा। 2024 में दाखिल चुनावी हलफनामे के अनुसार, राहुल गांधी के पास लगभग 20.34 करोड़ रुपये की संपत्ति है।
राहुल गांधी की नागरिकता का मामला अदालत पहुंचा
कांग्रेस नेता राहुल गांधी की कथित ब्रिटिश नागरिकता के मामले में शुक्रवार को इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ पीठ में पुनर्विचार याचिका दायर की गई है। याचिकाकर्ता एस विग्नेश शिशिर के अनुसार, उन्होंने शुक्रवार को उक्त पुनर्विचार याचिका दायर की है, जिसमें उन्होंने लंदन, वियतनाम और उज्बेकिस्तान के वीडियो समेत अन्य साक्ष्य भी पेश किए हैं।