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Prabhat Vaibhav,Digital Desk : शुक्रवार रात बिहार के सहरसा से नई दिल्ली जा रही वैशाली एक्सप्रेस में उस वक्त हड़कंप मच गया जब ट्रेन गंगा पुल पर रुकी और तीन नकाबपोश बदमाश एसी-2 इकोनॉमी कोच में घुस आए। ये बदमाश लूट की नीयत से आए थे और उन्होंने महिला यात्रियों के बैग और पर्स लेकर वहां से कूदकर फरार हो गए।

जैसे ही एक महिला यात्री की चीख सुनाई दी, कोच में अफरा-तफरी मच गई। सहमी हुई महिलाओं ने तुरंत रेलवे नियंत्रण कक्ष को सूचना दी, जिसमें बताया गया कि रजनी, राजरानी, इंदु देवी और बेबी कुमारी के बैग और पर्स बदमाश ले गए हैं। हालांकि, इस घटना के बाद भी किसी भी यात्री ने लिखित शिकायत नहीं दी, जिससे मामला अधर में लटक गया।

आरपीएफ और जीआरपी की टीमें सूचना मिलते ही ट्रेन में पहुंचीं, लेकिन तब तक बदमाश फरार हो चुके थे। ट्रेन की पूरी तलाशी ली गई, लेकिन कोई संदिग्ध नहीं मिला।

वैशाली एक्सप्रेस निर्धारित समय 11:40 बजे की जगह करीब 2:20 बजे कानपुर सेंट्रल पहुंची। वहां महिला यात्रियों से बातचीत में पता चला कि तीन नकाबपोश युवक अचानक कोच में चढ़े और जब तक कोई कुछ समझ पाता, वे सामान लेकर कूदकर भाग निकले।

जीआरपी और आरपीएफ अधिकारी इस घटना को लेकर एक-दूसरे के क्षेत्र का मामला बताकर पल्ला झाड़ते नजर आए। उन्नाव और कानपुर सेंट्रल दोनों के पुलिस अधिकारियों ने कोई आधिकारिक एफआईआर दर्ज न होने की बात कहकर मामले से दूरी बना ली।

इस घटना ने रेलवे की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। अगर समय रहते कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई, तो ऐसे हादसे फिर से हो सकते हैं।