
Prabhat Vaibhav,Digital Desk : महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में एक बार फिर भारी बारिश शुरू हो गई है। दक्षिण-पश्चिम मानसून सोमवार (26 मई) को मुंबई पहुंच गया है। मानसून अपने निर्धारित समय से 15 दिन पहले आ गया है। आईएमडी अधिकारियों ने कहा कि मुंबई में ऐसा 75 वर्षों में हुआ है। मानसून तय समय से पहले मुंबई में प्रवेश कर गया है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) की वैज्ञानिक सुषमा नायर ने बताया कि दक्षिण-पश्चिम मानसून 26 मई को मुंबई पहुंचा। यह समय पिछले 75 सालों की तुलना में पहले आया है। उन्होंने कहा कि मुंबई में मानसून के आगमन की तिथि 11 जून थी, लेकिन मानसून उससे पहले ही राज्य में प्रवेश कर चुका है।
कई जिलों में ऑरेंज अलर्ट
इस बीच, आईएमडी के पुणे डिवीजन प्रमुख एस.डी. सनप ने कहा, "मुंबई, पुणे और मध्य महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों सहित महाराष्ट्र में मानसून आ गया है। मानसून रेखा मुंबई से पुणे और सोलापुर होते हुए पूर्व की ओर फैली हुई है। अगले दो दिनों तक इसी तरह की मौसमी स्थिति बने रहने की उम्मीद है, जिसके बाद तीव्रता थोड़ी कम हो सकती है। कोंकण और गोवा के अधिकांश जिले ऑरेंज अलर्ट पर हैं, और घाट क्षेत्र भी अगले दो दिनों तक ऑरेंज अलर्ट पर रहेंगे।"
हम पूरी तरह सतर्क हैं- एकनाथ शिंदे
मुंबई में भारी बारिश को लेकर महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने आपदा प्रबंधन विभाग के दौरे के दौरान कहा, "चूंकि मुंबई में भारी बारिश के लिए 'रेड' अलर्ट जारी किया गया है, इसलिए हमारा उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि कोई जानमाल का नुकसान न हो। हम अलर्ट मोड पर हैं।"
सोमवार सुबह से ही मुंबई में बारिश जारी है। सुबह 9 से 10 बजे के बीच महज एक घंटे में सबसे ज्यादा बारिश नरीमन प्वाइंट फायर स्टेशन पर दर्ज की गई, जहां 104 मिमी बारिश दर्ज की गई। इसके अलावा ए वार्ड कार्यालय में 86 मिमी, कोलाबा पंपिंग स्टेशन पर 83 मिमी और नगर निगम मुख्यालय पर 50 मिमी बारिश दर्ज की गई। महाराष्ट्र में मानसून 12 दिन पहले आ गया है। इसके साथ ही एक-दो दिन में मूसलाधार बारिश ने कहर बरपाया है।
मौसम विभाग ने मुंबई और आसपास के इलाकों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है, यानी आने वाले दिनों में मध्यम से भारी बारिश की संभावना है। इससे सामान्य जन-जीवन प्रभावित होने की संभावना है। मुंबई, ठाणे और पालघर जैसे तटीय जिलों के लिए भी चेतावनी जारी की गई है।