
Prabhat Vaibhav,Digital Desk : पंजाब में इस बार मानसून ने समय से करीब दस दिन पहले ही दस्तक दे दी है। रविवार दोपहर को मानसून ने पश्चिम उत्तर प्रदेश होते हुए उत्तराखंड और हिमाचल से होता हुआ पंजाब में प्रवेश किया। लुधियाना, अमृतसर, रूपनगर और पठानकोट जैसे जिलों में झमाझम बारिश हुई, जिससे गर्मी से परेशान लोगों को काफी राहत मिली।
हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले की सैंज घाटी के काला छौ की पहाड़ियों में भी भारी बारिश हुई। इसके चलते वूपन नाले में बाढ़ आ गई और रुपी रैला वॉटरफॉल पर घूमने आए पर्यटक वहां फंस गए। पुलिस ने तुरंत रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर पर्यटकों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया।
पंजाब के अन्य जिलों जैसे होशियारपुर, फिरोजपुर और पटियाला में भी हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई। इस बारिश ने न केवल आम लोगों को राहत दी है, बल्कि खेतों में काम कर रहे किसानों के चेहरों पर भी मुस्कान ला दी है। धान की रोपाई के समय पर हो रही वर्षा से अब किसानों को ट्यूबवेल या भूजल का इस्तेमाल नहीं करना पड़ेगा।
आईएमडी चंडीगढ़ के निदेशक डॉ. सुरिंदर पाल के अनुसार, फिलहाल मानसून पंजाब के उत्तर-पूर्वी हिस्से में सक्रिय हो चुका है और अगले 48 घंटों में पूरे राज्य में फैल जाएगा।
मानसून की बारिश और बादलों की मौजूदगी से तापमान में भी कमी आई है। अधिकतर जिलों में अधिकतम तापमान 32 से 34 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया, जिससे भीषण गर्मी से काफी राहत मिली।