
Prabhat Vaibhav,Digital Desk : लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) की डालीबाग योजना के नाम पर एक बड़ा घोटाला सामने आया है। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत फ्लैट दिलाने का झांसा देकर 18 लोगों से करीब 26 लाख 40 हजार रुपये ठग लिए गए। इस मामले का खुलासा तब हुआ जब पीड़ितों को मकान का कब्जा नहीं मिला और उन्होंने एलडीए कार्यालय में शिकायत की।
जानकारी के मुताबिक, मोहम्मद तालिब नामक शख्स ने खुद को एलडीए का कर्मचारी बताकर लोगों को मकान आवंटन का भरोसा दिलाया। तालिब ने बसंतकुंज योजना में प्रधानमंत्री आवास दिलाने का झांसा देकर फर्जी रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट भी जारी कर दिए। लेकिन जब पीड़ितों को कोई मकान नहीं मिला, तब जाकर ठगी का यह मामला सामने आया।
एलडीए उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार के आदेश पर संपत्ति विभाग ने गोमतीनगर थाने में एफआईआर दर्ज कराने की कार्रवाई शुरू कर दी है।
कैसे हुआ फर्जीवाड़ा?
जन समस्या निवारण संस्थान के चेयरमैन आलोक दुबे की शिकायत पर जांच शुरू हुई। पीड़ितों का कहना है कि तालिब ने प्रति व्यक्ति 55,000 रुपये रजिस्ट्रेशन शुल्क के नाम पर जमा करवाए। इसके बाद दूसरी किस्त के रूप में 1,10,000 रुपये लिए गए। कुल मिलाकर पीड़ितों ने तालिब के बताए बैंक खाते में 26 लाख 50 हजार रुपये यूपीआई से ट्रांसफर कर दिए।
इस रकम के बाद भी न तो मकान का एग्रीमेंट हुआ और न ही किसी को कब्जा मिला। जब पीड़ितों ने सवाल किए तो तालिब हर बार बहाने बनाने लगा।
दस्तावेज भी निकले फर्जी
जांच में पता चला कि एलडीए में मोहम्मद तालिब नाम का कोई कर्मचारी ही नहीं है। पीड़ितों के पास मौजूद सभी रजिस्ट्रेशन और आवंटन प्रमाणपत्र नकली पाए गए। इतना ही नहीं, डालीबाग में जो 72 ईडब्ल्यूएस भवन बनाए जा रहे हैं, उनका पंजीकरण अभी खुला भी नहीं है, फिर भी तालिब ने इस योजना में भी जाली आवंटन पत्र जारी कर दिया।
जनता से अपील: सिर्फ लॉटरी से होता है आवंटन
एलडीए उपाध्यक्ष ने लोगों से अपील की है कि किसी भी बाहरी व्यक्ति पर भरोसा न करें। प्रधानमंत्री आवास योजना में मकानों का आवंटन केवल लॉटरी के माध्यम से किया जाता है। इसके अलावा कोई अन्य प्रक्रिया नहीं है।
प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAY) से जुड़ी किसी भी जानकारी के लिए एलडीए भवन के भूतल पर स्थित पीएमएवाई सेल से संपर्क किया जा सकता है।