
Prabhat Vaibhav,Digital Desk : पहलगाम आतंकी हमले के बाद पंजाब के पठानकोट, मालेरकोटला, बठिंडा और गुरदासपुर से छह जासूसों की गिरफ्तारी के बाद कई राज्यों तक फैले उनके संपर्कों की गहन जांच शुरू हो गई है। इन गिरफ्तारियों से उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा और राजस्थान तक के कई लोग जांच के घेरे में आए हैं।
आईएसआई अधिकारी 'दानिश' का कॉमन लिंक
गिरफ्तार आरोपितों में एक कॉमन कनेक्शन दानिश है, जो दिल्ली स्थित पाकिस्तानी उच्चायोग में अधिकारी रहा है और आईएसआई के लिए काम करता है। सभी गिरफ्तार आरोपियों के फोन रिकॉर्ड्स से यह खुलासा हुआ है कि उनके संपर्क दानिश से थे, जिसके माध्यम से वे खुफिया जानकारी साझा कर रहे थे।
गजाला और यामीन की गिरफ्तारी
6 मई को मलेरकोटला में गजाला और यामीन मोहम्मद की गिरफ्तारी से यह मामला सामने आया। गजाला दिल्ली के पाकिस्तानी उच्चायोग में दानिश से मिली और सेना की गतिविधियों की जानकारियां पैसे लेकर साझा करने लगी। यामीन एक पासपोर्ट एजेंट था, जिसने पैसों का लेनदेन संभाला।
पठानकोट से अवैध सिम कार्ड रैकेट उजागर
12 मई को पठानकोट पुलिस ने नीरज कुमार को गिरफ्तार किया, जो फर्जी दस्तावेजों के जरिए अवैध सिम कार्ड जारी करता था। यह सिम कार्ड पाकिस्तान में एक्टिव था, जिसके बाद पुलिस ने इसे निष्क्रिय कराया।
बठिंडा से सेना की संवेदनशील जानकारी लीक
बठिंडा छावनी में कार्यरत दर्जी रकीब से सेना की संवेदनशील जानकारी बरामद हुई। उसके मोबाइल फोन से पाकिस्तानी नंबरों से हुई बातचीत के सबूत मिले हैं, हालांकि उसने प्रत्यक्ष बातचीत से इनकार किया है।
गुरदासपुर से 'ऑपरेशन सिंदूर' की गोपनीय जानकारी लीक
गुरदासपुर पुलिस ने सुखप्रीत सिंह और करणबीर सिंह को 'ऑपरेशन सिंदूर' की गोपनीय जानकारियां लीक करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। इनसे पूछताछ में और महत्वपूर्ण खुलासे हो रहे हैं।
हरियाणा की यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा भी जांच के दायरे में
हरियाणा के हिसार से संचालित यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा के संपर्क में पंजाब के कई सीमावर्ती इलाकों के लोग पाए गए हैं। लड़कियों से दोस्ती और पैसों के लालच में ये लोग उसके लिए काम कर रहे थे। इन सभी लोगों से पूछताछ के लिए हिरासत में लेने की तैयारी है।
केंद्र और राज्यों की पुलिस के बीच साझा हो रही जानकारी
जांच के दौरान जो अहम जानकारियां सामने आ रही हैं, उन्हें पंजाब पुलिस द्वारा अन्य राज्यों की पुलिस और केंद्रीय जांच एजेंसियों के साथ साझा किया जा रहा है, जिससे एक व्यापक और प्रभावी जांच सुनिश्चित की जा सके।