
Prabhat Vaibhav,Digital Desk : जिले के ग्रामीण इलाकों के लोगों के लिए राहत भरी खबर है। सालों से जर्जर हालत में पड़ी सड़कें अब पक्की बनाई जाएंगी। कुल 159 सड़कें, जो जिले के 80 गांवों को आपस में जोड़ती हैं, जल्द ही चकाचक हो जाएंगी। इन रास्तों की मरम्मत की मांग लंबे समय से की जा रही थी, क्योंकि खराब सड़कों के चलते करीब दो लाख ग्रामीणों को रोजमर्रा के कामों में परेशानी का सामना करना पड़ रहा था।
सांसद साक्षी महाराज, सभी विधायकों और एमएलसी की सिफारिश पर पीडब्ल्यूडी ने इन मार्गों के निर्माण के लिए प्रस्ताव तैयार किया है। विभाग ने राज्य सरकार से करीब 158 करोड़ रुपये के बजट की मांग की है। यह कार्य नाबार्ड योजना के तहत किया जाएगा।
बरसात में हालात और बिगड़ जाते हैं, और ग्रामीणों को मजबूरन दूसरे, ज्यादा दूरी वाले रास्तों से जाना पड़ता है। खासतौर पर बीमारों, छात्रों और किसानों के लिए यह स्थिति बेहद कठिन हो जाती है। इसी वजह से लोगों ने जनप्रतिनिधियों से मदद की गुहार लगाई थी।
पीडब्ल्यूडी के अधिशाषी अभियंता हरदयाल अहरिवार के अनुसार, छह तहसीलों की सड़कों को लेकर सर्वे कराया गया था, और उसी के आधार पर प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा गया है।
इन सड़कों के निर्माण से जिले की सभी छह विधानसभा क्षेत्रों के ग्रामीणों को लाभ मिलेगा। बेहतर संपर्क व्यवस्था से शिक्षा, स्वास्थ्य, व्यापार और कृषि जैसे क्षेत्रों में सुधार की उम्मीद की जा रही है।