Prabhat Vaibhav,Digital Desk : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लगातार दसवीं बार राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेकर नया इतिहास रच दिया है। उनकी इस अनोखी उपलब्धि को विश्व स्तर पर भी सराहना मिली है। वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, लंदन ने नीतीश कुमार को आधिकारिक तौर पर बधाई देते हुए उनके नाम को अपनी प्रतिष्ठित सूची में दर्ज करने की घोषणा की है।
संस्था द्वारा भेजे गए पत्र में कहा गया है कि वर्ष 1947 से अब तक भारत में कोई भी नेता दस बार किसी राज्य का मुख्यमंत्री नहीं बना है। यह उपलब्धि न सिर्फ बिहार बल्कि पूरे देश के लिए गौरव की बात है। संस्था ने बताया कि लोकतंत्र में किसी नेता पर जनता द्वारा इतना विश्वास दिखाना बहुत दुर्लभ होता है।
वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स ने अपने पत्र में लिखा कि यह रिकॉर्ड नीतीश कुमार के दृढ़ नेतृत्व, सुशासन, जनता के प्रति समर्पण और वर्षों से बनाए रखी स्थिरता का परिचायक है। लगातार दस बार सत्ता संभालना किसी भी लोकतांत्रिक व्यवस्था में असाधारण उपलब्धि मानी जाती है।
संस्था ने आगे कहा कि नीतीश कुमार की उपलब्धि व्यक्तिगत सफलता से आगे बढ़कर बिहार के विकास, प्रशासनिक स्थिरता और सामाजिक कल्याण की दिशा में उनके लंबे योगदान को भी दर्शाती है। यह भी उल्लेख किया गया कि बिहार की जनता ने बार-बार उन पर भरोसा कर उनके काम और दूरदर्शिता पर अपनी मुहर लगाई है।
वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स ने इसे एक प्रेरणादायक और राष्ट्र के लिए गौरव का क्षण बताते हुए कहा कि जल्द ही नीतीश कुमार को उनकी इस उपलब्धि का आधिकारिक प्रमाणपत्र भी दिया जाएगा।
इस अंतरराष्ट्रीय सम्मान के बाद राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि नीतीश कुमार का यह रिकॉर्ड भारतीय राजनीति के इतिहास में एक महत्वपूर्ण पड़ाव के रूप में दर्ज होगा। उनके नेतृत्व में बिहार में सुशासन, विकास कार्यों और सामाजिक upliftment को लेकर किए गए प्रयासों ने उन्हें यह वैश्विक पहचान दिलाई है।
नीतीश कुमार का इस तरह लगातार दसवीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेना आने वाले समय में लोकतांत्रिक उपलब्धियों के नए मानक स्थापित करेगा।




