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Prabhat Vaibhav,Digital Desk : हाल ही में भाजपा नेत्री प्रीति शेखर द्वारा केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ ली गई फोटो सोशल मीडिया पर साझा करने के बाद विवाद खड़ा हो गया है। राजीव कुमार सिंह ने इस तस्वीर पर सवाल उठाया और इसे पुरानी बताया। इस पर पक्ष और विपक्ष दोनों ही सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाएँ दे रहे हैं।

प्रीति शेखर का कहना है कि वे अमित शाह के बुलाने पर पटना गई थीं। वहां की मुलाकात के दौरान यह फोटो ली गई। वहीं राजीव कुमार सिंह ने इसे साल 2022 की पुरानी तस्वीर करार दिया है।

जनता सावधान! पुरानी तस्वीर से क्या साबित करना चाह रहे हैं?

राजीव कुमार सिंह ने अपने फेसबुक पोस्ट में लिखा है कि जनता सब जानती है। उन्होंने कहा कि 25 अप्रैल 2022 की फोटो को आज 18 अक्टूबर 2025 की तारीख में डालकर यह दिखाने की कोशिश की जा रही है कि अमित शाह से अभी मुलाकात हुई है। उन्होंने लोगों से सावधान रहने की अपील की और कहा कि सोशल मीडिया पर इस तरह की सस्ती लोकप्रियता के पीछे लोग किसका फायदा उठा रहे हैं, यह समझना जरूरी है।

प्रीति शेखर का बयान: “मेरे लिए काम करता था, निकाल दिया तो अनाप-शनाप बोल रहे हैं”

भाजपा नेत्री प्रीति शेखर ने राजीव कुमार सिंह के पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि एआई का उपयोग कर फोटो को बनाकर पोस्ट किया गया। उन्होंने कहा कि गृह मंत्री के फोटो के साथ छेड़छाड़ की गई है और इसके लिए कानूनी सलाह ली जा रही है।

प्रीति ने आगे कहा, “वे पहले मेरे लिए काम करते थे, निकाल दिया तो अनाप-शनाप पोस्ट कर रहे हैं। हमने उन्हें काफी मदद दी, बावजूद इसके यह पोस्ट कर रहे हैं।”

प्रीति शेखर ने यह भी बताया कि वे अमित शाह के बुलाने पर पटना गई थीं। रात में पहुंचने के कारण मुलाकात अगले दिन हुई। इस दौरान बिहार के भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल भी मौजूद थे। प्रीति ने कहा कि ईर्ष्या से भरे लोग अक्सर समाज के लिए खतरा होते हैं।