
Prabhat Vaibhav,Digital Desk : ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत ने आतंकवादियों को अच्छा सबक सिखाया। इस दौरान पाकिस्तानी सेना ने भारतीय शहरों पर हमला करने का प्रयास किया। इस कदम से भारी नुकसान हुआ, लेकिन पाकिस्तान अब भी सुधरने को तैयार नहीं है। उनके सैन्य अधिकारी आतंकवादी हाफिज सईद की भाषा बोलने लगे हैं। पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ ने हाल ही में सिंधु जल संधि को लेकर भारत को धमकी दी थी। संधि को रद्द कर दिया गया था।
Pakistan Army’s DGISPR Lt Gen Ahmed Sharif Chaudhry is now speaking the language of Hafiz Saeed and Masood Azhar.
— Lucky Bisht (@iamluckybisht) May 22, 2025
Is he an army officer, or just a terrorist in uniform? pic.twitter.com/ds7XZVIhxP
पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद भारत ने सिंधु जल संधि को निलंबित कर दिया था। अहमद चौधरी हाल ही में पाकिस्तान के एक विश्वविद्यालय में भाषण देने गए थे। इस दौरान उन्होंने सिंधु जल संधि को लेकर भारत को धमकी दी। महत्वपूर्ण बात यह है कि पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता अहमद चौधरी ने आतंकवादी हाफिज सईद की भाषा का इस्तेमाल किया। उन्होंने कहा, "यदि आप हमारा पानी रोकेंगे तो हम आपकी सांसें रोक देंगे।" आतंकी हाफिज ने भी काफी समय पहले यह बयान दिया था।
भारत के फ़ैसलों से पाकिस्तान हैरान
पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले में 26 पर्यटकों की जान चली गई। इसके बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ सख्त फैसले लिए। सिंधु जल संधि को निलंबित करने के साथ ही उसने पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा भी रद्द कर दिए। यह पाकिस्तान के लिए एक बड़ा झटका था।
ये बयान भारत द्वारा 23 अप्रैल को सिंधु जल संधि के कुछ हिस्सों को निलंबित करने के बाद आए हैं। पहलगाम में आतंकवादी हमले में 26 लोगों की मौत के एक दिन बाद यह कदम उठाया गया था। 1960 में हस्ताक्षरित और विश्व बैंक की मध्यस्थता वाली यह संधि, दोनों देशों के बीच सिंधु नदी और उसकी सहायक नदियों के जल के बंटवारे को नियंत्रित करती है। इसमें दोनों पक्षों से जल उपयोग के बारे में नियमित रूप से जानकारी साझा करने की भी अपेक्षा की गई है।
पाकिस्तान और आतंकवाद के विरुद्ध भारत की कार्रवाई
आतंकवादियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान 9 ठिकानों को नष्ट कर दिया। इसके बाद पाकिस्तानी सेना ने भारत के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। भारत ने जवाबी कार्रवाई करते हुए पांच पाकिस्तानी विमानों को मार गिराया। इस दौरान पाकिस्तान ने ड्रोन और मिसाइलों से हमला करने का प्रयास किया। भारतीय सेना ने मजबूत वायु रक्षा प्रणाली की मदद से इसे नाकाम कर दिया।