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Prabhat Vaibhav, Digital Desk : पहलगाम में पर्यटकों पर हुए आतंकी हमले का बदला लेने के लिए भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा चलाए गए ' ऑपरेशन सिंदूर ' के बारे में एक नया और बेहद चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। हिंदुस्तान टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत ने इस ऑपरेशन के तहत कुल 19 ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइलों और लगभग इतनी ही संख्या में क्रिस्टल मेज मिसाइलों सहित फ्रेंच SCALP सबसोनिक क्रूज मिसाइलों का इस्तेमाल करके पाकिस्तान को घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया । इन हमलों में पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों, सेना के कैंपों और कई एयरबेसों को निशाना बनाया गया।

ऑपरेशन सिंदूर: पाकिस्तान को बड़ी क्षति

सूत्रों और उपग्रह चित्रों से पुष्टि हुई है कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान को भारतीय वायु सेना के लड़ाकू विमानों, सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइलों और एस-400 वायु रक्षा प्रणालियों से भारी नुकसान हुआ था।

पाकिस्तान ने खोये प्रमुख सैन्य उपकरण

  • 4 पाकिस्तानी लड़ाकू विमान (चीन निर्मित) मार गिराए गए।
  • 2 बड़े विमान : संभवतः इसमें एक C-130J परिवहन विमान और एक SAAB 2000 AWACS (एयरबोर्न अर्ली वार्निंग सिस्टम) विमान शामिल हैं।
  • 11 एयरबेसों को नुकसान : सरगोधा, रफीक, जैकोबाबाद और नूर खान (चकलाला, रावलपिंडी) सहित 11 एयरबेसों पर भारतीय वायुसेना के मिसाइल हमले के दौरान दो एफ-16 लड़ाकू विमान आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गए।
  • 100 से अधिक आतंकवादी मारे गए : भारतीय सेना ने पाकिस्तान और पीओके में नौ आतंकवादी शिविरों पर बमबारी की, जिसमें कम से कम 100 आतंकवादी मारे गए।

चीनी वायु रक्षा प्रणाली विफल : सबसे चौंकाने वाला खुलासा यह है कि भारत ने 10 मई को जवाबी कार्रवाई के दौरान चकलाला में एक चीनी एलवाई-80 फायर रडार, दो एएन/टीपीक्यू-43 यूएस निर्मित स्वचालित ट्रैकिंग रडार और एक चीनी एचक्यू-9 रडार की फायर यूनिट को नष्ट कर दिया। इससे पता चलता है कि पाकिस्तान की चीनी निर्मित वायु रक्षा प्रणाली भारतीय हमलों के सामने विफल हो रही थी।

आतंकवादी ठिकानों पर सटीक हमले

इस बात के प्रमाण हैं कि 7 मई को भारत का पहला आतंकवाद-रोधी अभियान अत्यधिक सफल रहा:

  • मरकज़-ए-तैयबा (मुरीदके स्थित लश्कर-ए-तैयबा मुख्यालय) पर चार से पांच क्रिस्टल मेज मिसाइलों से हमला किया गया।
  • मरकज़-ए-सुभान अल्लाह स्थित जैश-ए-मोहम्मद के ठिकाने पर राफेल लड़ाकू विमानों से दागी गई छह SCALP मिसाइलों से हमला किया गया और बंकर-बस्टिंग तकनीक का उपयोग करके उसे पूरी तरह से नष्ट कर दिया गया।
  • पाकिस्तानी सेना की द्वितीय रक्षा पंक्ति को भारतीय सेना की एम777 हॉवित्जर तोप द्वारा अमेरिकी निर्मित एक्सकैलिबर गोला-बारूद का उपयोग करके नष्ट कर दिया गया।

भारत की सैन्य ताकत का प्रदर्शन : रिपोर्ट्स बताती हैं कि भारत के राफेल लड़ाकू विमान, एस-400 मिसाइल सिस्टम और एम777 हॉवित्जर ने चार दिनों तक चले संघर्ष के दौरान खुद को साबित किया। पाकिस्तानियों ने चीनी जेएफ-17 लड़ाकू विमानों का इस्तेमाल करके भारतीय एयरबेस पर सीएम-400 एकेजी एयर-लॉन्च सुपरसोनिक मिसाइलें दागीं, लेकिन उनसे कोई नुकसान नहीं हुआ।

इस ऑपरेशन के जरिए भारत ने साफ संदेश दिया है कि वह अपनी सुरक्षा के लिए किसी भी हद तक जा सकता है और आतंकी गतिविधियों को बढ़ावा देने वालों को मुंहतोड़ जवाब देने में सक्षम है। ऑपरेशन सिंदूर के एक महीने पूरे होने पर राष्ट्रीय सुरक्षा योजनाकारों और सैन्य प्रमुखों ने भी जश्न मनाया है और रक्षा मंत्रालय ने तीनों सेनाओं के लिए हथियारों और मिसाइलों की नई खेप खरीदने को मंजूरी दे दी है, जिसमें लंबी दूरी के लोइटरिंग गोला-बारूद, तोपखाने के गोले, कामिकेज़ ड्रोन और बियांड-विजुअल-रेंज (बीवीआर) हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइलें शामिल हैं।