
Prabhat Vaibhav,Digital Desk : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को बिहारवासियों से कहा कि वे सचेत रहें, क्योंकि भारत रत्न और जननायक कर्पूरी ठाकुर के सम्मान को कुछ लोग धूमिल करने की कोशिश कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने बताया कि कर्पूरी ठाकुर को जननायक का खिताब जनता ने उनके जीवन और समाज सेवा को देखकर दिया था। उन्होंने शिक्षा और समाज सेवा को अपने जीवन का मूल आधार बनाया और यही कारण है कि यह सम्मान हमेशा उनके नाम से जुड़ा रहेगा।
दिल्ली के विज्ञान भवन से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए प्रधानमंत्री ने पटना में जननायक कर्पूरी ठाकुर कौशल विश्वविद्यालय का उद्घाटन किया। साथ ही, उन्होंने नए बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड, संशोधित मुख्यमंत्री निश्चय स्वयं सहायता भत्ता योजना और अन्य कई योजनाओं की भी शुरुआत की।
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में यह भी कहा कि राजद के शासनकाल में पलायन की शुरुआत हुई थी। बिहार के छात्रों के पास अच्छे शिक्षण संस्थान उपलब्ध नहीं थे, जिसके कारण लाखों विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण करने के लिए राज्य छोड़ने को मजबूर हुए। उन्होंने बिना किसी पार्टी का नाम लिए यह भी कहा कि यह पार्टी परिवारवाद और कुर्सीवाद में उलझ गई थी, और यहां तक कि पिता को किडनी देने वाली बेटी को भी उचित सम्मान नहीं मिला।
उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि एनडीए सरकार ने बिगड़ी व्यवस्था को सुधारते हुए राज्य को सही दिशा में अग्रसर किया।
संक्षेप में: प्रधानमंत्री मोदी ने बिहारवासियों से यह संदेश दिया कि वे कर्पूरी ठाकुर के योगदान और उनके सम्मान को हमेशा याद रखें और उसे संरक्षित करें।