
Prabhat Vaibhav,Digital Desk : पटना के गांधी मैदान के पास रामगुलाम चौक स्थित कटारुका निवास के बाहर शुक्रवार की रात एक सनसनीखेज वारदात ने शहर को हिला दिया। नामी उद्योगपति गोपाल खेमका की उनके ही घर के गेट के पास गोली मारकर हत्या कर दी गई।
बताया जा रहा है कि यह काम एक पेशेवर शूटर का था, जो पहले से ही स्कूटी के साथ वहीं पार्किंग में घात लगाए बैठा था। जैसे ही खेमका अपनी कार में बांकीपुर क्लब से लौटे और गेट पर पहुंचे, शूटर पैदल उनकी ओर बढ़ा और कार में बैठे खेमका को बेहद नजदीक से गोली मार दी।
गोली उनके सिर में मारी गई थी। घटनास्थल से एक खोखा और एक जिंदा गोली बरामद हुई है। हत्या के बाद शूटर तुरंत स्कूटी से जेपी गोलंबर होते हुए गंगा पथ की ओर भाग निकला।
इस मर्डर केस के बाद पूरे पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया है। शनिवार सुबह रेंज आईजी जितेंद्र राणा और एसएसपी कार्तिकेय शर्मा घटनास्थल पर पहुंचे और प्रारंभिक जांच की। शुरुआती जांच में जमीन विवाद की आशंका सामने आई है।
बेउर जेल में छापा, मोबाइल और सिम मिले
जांच की दिशा में तेजी लाते हुए आईजी और कमिश्नर डॉ. चंद्रशेखर ने शनिवार दोपहर अचानक बेउर जेल पर छापेमारी की। उनके साथ 100 से ज्यादा पुलिसकर्मी थे। तलाशी के दौरान वहां से तीन मोबाइल, एक डाटा केबल, सिम कार्ड और मोबाइल नंबरों की सूची बरामद हुई।
इससे संदेह गहरा गया है कि हत्या की साजिश जेल के अंदर से रची गई हो सकती है। जेल में हर सेल की तलाशी ली गई और तीन कुख्यात अपराधियों से पूछताछ भी हुई है।
एसआईटी जांच में जुटी
पूरे मामले की गहनता से जांच के लिए सात सदस्यीय विशेष जांच टीम (एसआईटी) का गठन किया गया है, जिसकी अगुवाई सिटी एसपी मध्य कर रहे हैं। एक टीम तकनीकी पहलुओं पर भी काम कर रही है।
पुलिस के अनुसार कुछ महत्वपूर्ण सुराग मिले हैं और जल्द ही हत्यारे की गिरफ्तारी कर ली जाएगी। टीम ने कुछ संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ भी शुरू कर दी है।
पोस्टमार्टम के बाद अंतिम संस्कार की तैयारी
गोपाल खेमका को गोली लगने के बाद कंकड़बाग के मेडिवर्सल अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। बाद में उनका शव घर लाया गया और फिर सुबह पीएमसीएच में पोस्टमार्टम कराया गया।
परिवार वालों के अनुसार, उनका अंतिम संस्कार रविवार दोपहर 2 बजे किया जाएगा।
यह वारदात सिर्फ एक हत्या नहीं, बल्कि शहर की सुरक्षा व्यवस्था पर भी बड़ा सवाल है।