
Prabhat Vaibhav,Digital Desk : पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान शनिवार को IPS अधिकारी पूरन कुमार सिंह के घर पहुंचे और उनके परिवार के सदस्यों से मुलाकात की। मुख्यमंत्री ने परिवार की स्थिति को देखकर गहरी संवेदना व्यक्त की।
भगवंत मान ने कहा कि परिवार इस दुख से पूरी तरह सदमे में है। माता-पिता बहुत परेशान हैं। गरीबी से उठकर उन्होंने अपने बच्चों को पढ़ाया और UPSC जैसी कठिन परीक्षा में सफलता दिलाई। यह दुख व्यक्त करने के लिए शब्द भी कम हैं। उन्होंने कहा कि पूरन की पत्नी घटना के समय हरियाणा के मुख्यमंत्री के साथ जापान दौरे पर थीं।
CM मान ने सवाल उठाया कि क्या गरीबों को बड़े पदों पर बैठने से रोकना किसी षडयंत्र का हिस्सा है। उन्होंने इसे समाज के लिए शर्मिंदगी वाला मामला बताया और कहा कि इसके बारे में गहन सोचने की जरूरत है।
मान ने बताया कि परिवार ने पहले ही उच्च अधिकारियों को शिकायत भेजी थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने हरियाणा के मुख्यमंत्री और केंद्र सरकार से अपील की कि इस मामले की गंभीरता से जांच की जाए। साथ ही उन्होंने राज्यपाल से हस्तक्षेप की भी मांग की।
हरियाणा के CM नायब सिंह सैनी ने इस मामले में कहा कि दोषी चाहे कितना भी प्रभावशाली क्यों न हो, उसे छोड़ा नहीं जाएगा। उन्होंने शनिवार को पंचकूला में भाजपा की प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में यह बयान दिया।
कांग्रेस नेता कुमारी सैलजा भी पूरन कुमार सिंह के घर पहुंचीं और उन्होंने कहा कि न्याय व्यवस्था की असमंजस स्थिति ने सभी को हैरान कर दिया है। उन्होंने बताया कि परिवार मोर्चरी में जाता है, लेकिन वहां परिवार के मुखिया का शव नहीं था क्योंकि पुलिस ने शव को ले लिया। सैलजा ने कहा कि पूरे देश और समाज को इंतजार है कि आखिर न्याय कब मिलेगा।
इस बीच, हरियाणा सरकार ने इस मामले में बड़ा कदम उठाया। रोहतक के SP नरेंद्र बिजराणिया को हटा दिया गया है। उनके साथ डीजीपी शत्रुजीत कपूर समेत 14 अन्य अधिकारियों पर पूरन कुमार को प्रताड़ित करने के आरोप थे। रोहतक में अब IPS सुरेंद्र सिंह भौरिया को SP नियुक्त किया गया है। बिजराणिया को फिलहाल किसी अन्य पोस्टिंग पर नहीं भेजा गया है।