
Prabhat Vaibhav,Digital Desk : राजधानी की सड़कों पर बाइक सवार अपराधियों ने आतंक मचा रखा है। सुबह-शाम महिलाओं से चेन झपटना और दोपहर-रात को राहगीरों के मोबाइल छीनना आम बात हो गई है। पुलिस के उच्च अधिकारियों की लगातार बैठकों और निर्देशों के बावजूद अपराध थमने का नाम नहीं ले रहा है। अपराधियों की धर-पकड़ के बजाय पुलिस की कार्रवाई सिर्फ केस दर्ज करने, तकनीकी जांच और सीसीटीवी फुटेज तक सीमित रह गई है।
निगरानी के बावजूद बेखौफ अपराधी
सूत्रों के मुताबिक शहर में चेन और मोबाइल झपटमारों के एक से ज्यादा गैंग सक्रिय हैं। अपराधी एक क्षेत्र में वारदात करने के बाद कुछ दिनों के लिए गायब हो जाते हैं और बाद में नया इलाका चुन लेते हैं। पुलिस की इंटेलिजेंस नेटवर्क की कमजोरी साफ नजर आ रही है, जिससे बदमाश आसानी से निकल जाते हैं।
सीसीटीएनएस से जुड़े हाईटेक कैमरे लगे होने के बावजूद पुलिस अपराधियों तक नहीं पहुंच पा रही। अपराधियों के वाहन मॉडल भी लगातार बदलते देखे जा रहे हैं, जिससे जांच में मुश्किलें बढ़ रही हैं।
इन इलाकों में लगातार हुईं वारदातें
चेन झपटमारी की घटनाएं:
7 मई: शास्त्रीनगर फ्रेंड्स कॉलोनी, सुबह 9 बजे
7 मई: नवीन पार्क शास्त्रीनगर, शाम 6:30 बजे
7 मई: बुद्धा कॉलोनी, सुबह 7 बजे
8 मई: कदमकुआं, सुबह 8 बजे
11 मई: पटेल नगर शास्त्रीनगर, रात 9 बजे
12 मई: सचिवालय थाना क्षेत्र, शाम 5:30 बजे
मोबाइल झपटमारी की घटनाएं:
6 मई: डीएस आवास के पास, रात 9:35 बजे
6 मई: एग्जीविशन रोड, रात 10 बजे
7 मई: आयुक्त कार्यालय के पास, दोपहर 1 बजे
8 मई: जेपी गोलंबर, शाम 7:30 बजे
8 मई: बिस्कोमान भवन, शाम 5:30 बजे
10 मई: गोलघर के पास, सुबह 10 बजे
इन वारदातों से स्थानीय लोग बेहद भयभीत हैं। लोगों की मांग है कि पुलिस पेट्रोलिंग और निगरानी व्यवस्था को सख्ती से लागू करे, ताकि शहर में फिर से सुरक्षा का माहौल बन सके।