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Prabhat Vaibhav,Digital Desk : रेलवे यार्ड में पटरियों पर जलभराव के कारण ट्रेनों को फंसने से बचाने के लिए आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा। इसके लिए मल्टी सेक्शन डिजिटल एक्सल काउंटर का इस्तेमाल किया जाएगा। यह आधुनिक तकनीक ट्रेन के ट्रैक पर होने या न होने की जानकारी देगी। इसमें लगे सेंसर ट्रेन के किसी भी सेक्शन में प्रवेश करते ही पहियों की गिनती कर आवश्यक आंकड़े उपलब्ध कराएंगे। धनबाद और चैनपुर यार्ड में मल्टी सेक्शन डिजिटल एक्सल काउंटर लगाए जाएंगे।

मल्टी-सेक्शन डिजिटल एक्सल काउंटर क्या है?

इस उपकरण में लगे सेंसर की मदद से किसी भी ट्रेन के एक्सल की गिनती की जा सकती है। इससे ट्रैक या सेक्शन के व्यस्त या खाली होने की सटीक जानकारी मिलती है। स्वचालित सिग्नल प्रणाली में, सिग्नल ट्रैक पर लगे सेंसर द्वारा नियंत्रित होते हैं।

बरसात के दिनों में ट्रैक पर पानी भर जाने से खराबी आने का खतरा रहता है, जिससे ऑटोमैटिक सिग्नल सिस्टम काम करना बंद कर देता है। मल्टी-सेक्शन डिजिटल एक्सल, ट्रैक पर पानी भर जाने की स्थिति में भी सिग्नल को काम करने में मदद करता है। यह ट्रेन की स्थिति का सटीक पता लगाकर खराबी को काफी हद तक कम करता है।

जामताड़ा के यात्रियों की अपेक्षित भीड़ को ध्यान में रखते हुए, पूर्व रेलवे ने श्रावण मेले के दौरान आसनसोल और गोरखपुर के बीच एक विशेष ट्रेन चलाने का निर्णय लिया है। यह ट्रेन पूर्व रेलवे के अंतर्गत चित्तरंजन, मधुपुर और जसीडीह स्टेशनों सहित दोनों दिशाओं में 12 स्टेशनों पर रुकेगी। आसनसोल-दानापुर श्रावण मेला स्पेशल ट्रेन 28 जुलाई को आसनसोल से और 29 जुलाई को दानापुर से रवाना होगी। इसकी शेष यात्राएँ रद्द मानी जाएँगी।

सभी प्रकार के उपकरणों के इंसुलेशन की जाँच कर ली गई है और आवश्यकतानुसार उन्हें बदल दिया गया है। पिछले जलप्लावन आँकड़ों के आधार पर संवेदनशील स्थानों पर जंक्शन बॉक्स लगाए गए हैं। ट्रैक फीड चार्जर विफलता अलार्म भी लगाए गए हैं। सेल्फ रिस्टोरिंग पीपीटीसी फ़्यूज़ लगाए गए हैं। पॉइंट मोटर्स की उचित सीलिंग और उचित ग्रीसिंग व ऑइलिंग की जाँच की गई है।