
Prabhat Vaibhav,Digital Desk : दक्षिण-पश्चिम मानसून भारत में 9 दिन पहले आ गया है। 8 जुलाई को आने वाला मानसून 9 दिन पहले आ गया है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के आंकड़ों के मुताबिक, यह 10वीं बार है जब मानसून जून के महीने में ही भारत में आ गया है। सबसे पहले 1961 में मानसून जल्दी आया था और 2025 से पहले 2002 में भारत में मानसून जल्दी आया था।
इस साल मानसून सबसे पहले 13 मई को अंडमान सागर और आसपास के इलाकों में पहुंचा और फिर बारिश के चलते 24 मई तक केरल की ओर बढ़ गया। वहीं, कर्नाटक, गोवा, महाराष्ट्र, पूर्वी और पूर्वोत्तर भारत के कई हिस्सों में मानसून ने समय से पहले दस्तक दे दी। रविवार (29 जून, 2025) को आईएमडी ने एक रिपोर्ट जारी कर राजस्थान, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और हरियाणा में दक्षिण-पश्चिम मानसून के पहुंचने की जानकारी दी।
एक सप्ताह तक भारी बारिश की चेतावनी
आज उत्तर पश्चिम बंगाल की खाड़ी, पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र बनने से मौसम में बदलाव होने की संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार अगले दो दिनों में उत्तर ओडिशा, गंगीय पश्चिम बंगाल और उत्तर-पश्चिम झारखंड के कुछ इलाकों में एक सप्ताह तक भारी बारिश (24 घंटे में 64.4 - 115.5 मिमी) होने की संभावना है।
उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में रेड अलर्ट जारी
, अगले एक हफ्ते में देश के पश्चिमी तट खासकर कोंकण, गोवा और महाराष्ट्र इलाकों में भारी बारिश की संभावना है। उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश की बात करें तो यहां सोमवार (30 जून 2025) को भारी बारिश को लेकर रेड अलर्ट जारी किया गया है। रविवार को जारी आईएमडी की रिपोर्ट के मुताबिक हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ में 2 जुलाई तक भारी बारिश होगी। वहीं, केरल, माहे और कर्नाटक के दक्षिण तटीय इलाकों में 4 जुलाई तक भारी बारिश की संभावना है।