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Prabhat Vaibhav,Digital Desk : वास्तु शास्त्र में सकारात्मक ऊर्जा के प्रवाह को बढ़ाने के लिए कई उपाय बताए गए हैं। क्योंकि जिस घर का वास्तु सही होता है, वहाँ सुख-समृद्धि और सकारात्मकता बनी रहती है। इसके विपरीत, वास्तु दोष के कारण परिवार के सदस्य मानसिक, शारीरिक और आर्थिक परेशानियों से घिरे रहते हैं।

ज्योतिषी और वास्तु विशेषज्ञ नितिका शर्मा कहती हैं कि अगर घर का वास्तु संतुलन सही है, तो लोगों का स्वास्थ्य अच्छा रहता है और जीवन में सुख, समृद्धि और शांति बनी रहती है। वास्तु शास्त्र में कई ऐसे नियम और सिद्धांत बनाए गए हैं, जिनका पालन करके घर के वास्तु को बेहतर बनाया जा सकता है।

इसके साथ ही शिव पूजा के जरिए घर के वास्तु दोषों को भी दूर किया जा सकता है। हिंदू धर्म में शिव एक ऐसे देवता हैं जिन्हें विनाश और पुनर्निर्माण का देवता माना जाता है। इसलिए मान्यता है कि शिव पूजा और धार्मिक अनुष्ठानों से घर के वास्तु दोष भी दूर हो जाते हैं। वर्तमान में श्रावण (Shravan 2025) का महीना चल रहा है, जिसमें शिव पूजा का महत्व अन्य दिनों की तुलना में बहुत बढ़ जाता है। श्रावण मास में शिवलिंग स्थापना, शिव पूजा और वास्तु नियमों का मेल आपके घर को आध्यात्मिक और सौहार्दपूर्ण बनाएगा।

भगवान शिव की पूजा करने से वास्तु दोष दूर हो जाते हैं।

श्रावण मास में भगवान शिव की पूजा करें और महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें। इस मंत्र के जाप से नकारात्मक ऊर्जा का नाश होता है और वास्तु दोष भी दूर होते हैं।

श्रावण मास की शिवरात्रि या श्रावण मास की शिवरात्रि का दिन रुद्राभिषेक के लिए सर्वोत्तम माना जाता है। रुद्राभिषेक के दौरान शिवलिंग पर गंगाजल, दूध, दही, शहद, घी आदि अर्पित किए जाते हैं। घर में रुद्राभिषेक करने से सुख-शांति बढ़ती है, जिससे घर का वास्तु भी बेहतर होता है।

वास्तु दोष दूर करने का सबसे महत्वपूर्ण उपाय है घर में शिवलिंग स्थापित करना। श्रावण मास में घर की उत्तर-पूर्व दिशा में विधि-विधान से शिवलिंग स्थापित करें। वास्तु के अनुसार, जहाँ शिवलिंग स्थापित होता है, वहाँ सकारात्मकता का प्रवाह बढ़ने लगता है।

शिवपुराण में भी उल्लेख है कि जिस घर में नियमित रूप से शिव पूजा या देवी-देवताओं की पूजा की जाती है, वहां सकारात्मक ऊर्जा आकर्षित होती है, जो वास्तु दोषों को दूर करने में मदद करती है।

श्रावण मास में शिव पूजा में गंगाजल, बेलपत्र, शमीपत्र, रुद्राक्ष, डमरू आदि शुभ वस्तुओं का प्रयोग करने से घर से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और सुख-समृद्धि बढ़ती है। इसके अलावा, इन वस्तुओं को अर्पित करने से भगवान महादेव प्रसन्न होकर आशीर्वाद भी देते हैं।