
Prabhat Vaibhav,Digital Desk : मंगलवार की रात एक बार फिर पूर्णागिरि धाम जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए भारी बन गई। बाटनागाड़ नाले में अचानक आया तेज पानी एक टैक्सी को बहा ले गया। राहत की बात यह रही कि यात्री पहले ही खतरा भांपकर गाड़ी से उतर गए थे। मगर सड़क पर करीब 400 मीटर तक फैला मलबा, बड़े-बड़े पत्थर और कीचड़ ने पूरे मार्ग को जाम कर दिया।
इस हादसे के बाद वाहनों की आवाजाही पूरी तरह ठप हो गई है और प्रशासन का कहना है कि सड़क को दोबारा खोलने में तीन दिन तक लग सकते हैं। इसी कारण लोगों को फिलहाल पूर्णागिरि यात्रा से बचने की सलाह दी गई है, हालांकि कुछ श्रद्धालु जोखिम उठाकर अब भी पैदल यात्रा कर रहे हैं।
मंगलवार रात को हुई जोरदार बारिश के चलते रात दो बजे एक टैक्सी, जो उत्तर प्रदेश से श्रद्धालुओं को लेकर जा रही थी, वह नाले में फंस गई। टैक्सी ड्राइवर सुनील ने बताया कि तेज बहाव और पत्थरों की वजह से गाड़ी आगे-पीछे नहीं हो सकी। तभी सभी यात्री उतरकर सुरक्षित जगह की ओर भाग निकले और गाड़ी बह गई।
बुधवार सुबह तक करीब दो हजार श्रद्धालु रास्ते बंद होने के कारण फंसे रहे। कुछ लोग नाले के नीचे से जोखिम उठाकर पैदल रास्ते से आ-जा रहे हैं। ठुलीगाड़ पुलिस चौकी प्रभारी राकेश कठायत के अनुसार, पुलिस और एसएसबी की टीम श्रद्धालुओं को पैदल निकालने में मदद कर रही है। एसडीएम आकाश जोशी ने बताया कि सड़क को साफ करने के लिए मशीनें लगा दी गई हैं।
यह मार्ग न केवल पूर्णागिरि यात्रा के लिए जरूरी है, बल्कि इससे आगे के गांव जैसे चूका, कलढूंगा, श्रीकुंड आदि भी जुड़े हैं। मार्ग बंद होने से सीमांत गांवों के ग्रामीणों की मुश्किलें भी बढ़ गई हैं। बाजार तक पहुंच, सब्जियां, राशन, गैस जैसी जरूरी चीजों के लिए अब उन्हें पैदल सफर करना पड़ सकता है। इससे पहले भी 16 जून को इसी नाले में मलबा आने से रास्ता बंद हुआ था और पिछली बार यहां 20 दिनों तक आवाजाही बाधित रही थी।
बनबसा में मंगलवार रात 28 मिमी बारिश दर्ज की गई, जबकि चंपावत में 1 मिमी, और टनकपुर, पाटी व लोहाघाट में 0.5 मिमी वर्षा हुई। ककरालीगेट से ठुलीगाड़ तक राज्य मार्ग और घाट-नेत्रसलान जैसे ग्रामीण मार्ग अब भी बंद हैं, हालांकि अमोड़ी-छतकोट मार्ग पर आवाजाही फिर से शुरू हो चुकी है।
मौसम विभाग ने गुरुवार को कुमाऊं के अधिकतर हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना जताई है। बागेश्वर और नैनीताल जिलों में कहीं-कहीं भारी वर्षा की चेतावनी (यलो अलर्ट) भी जारी की गई है। इसके साथ ही आकाशीय बिजली और तेज हवाओं की संभावना भी जताई गई है, जिनकी गति 50 किमी प्रति घंटे तक हो सकती है।