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Prabhat Vaibhav,Digital Desk : चुनाव आयोग ने आगामी चुनावों के लिए जन सुराज पार्टी को 'स्कूल बैग' चुनाव चिन्ह आवंटित किया है। पार्टी के सभी 243 उम्मीदवार इसी चिन्ह पर चुनाव लड़ेंगे। जन सुराज पार्टी ने फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि 'स्कूल बैग' शिक्षा और प्रगति का प्रतीक है, जो उनकी विचारधारा को दर्शाता है। आपको बता दें कि जन सुराज बिहार में उभरती हुई राजनीतिक पार्टी है, जिसकी स्थापना प्रशांत किशोर ने की थी। प्रशांत किशोर, जिन्हें पीके के नाम से भी जाना जाता है, एक जाने-माने राजनीतिक रणनीतिकार हैं, जो इससे पहले नरेंद्र मोदी, नीतीश कुमार और लालू प्रसाद यादव जैसे नेताओं के लिए चुनावी रणनीति बना चुके हैं। 2015 में उन्होंने नीतीश कुमार और लालू यादव को एकजुट करके बिहार में महागठबंधन की जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।

पार्टी ने प्रशांत किशोर को मुख्यमंत्री के चेहरे के तौर पर पेश किया है।
राजनीतिक रणनीतिकार के तौर पर लंबा वक्त गुजारने के बाद प्रशांत किशोर खुद सक्रिय राजनीति में उतरे और जन सुराज पार्टी की स्थापना की। प्रशांत किशोर के मुताबिक जन सुराज पार्टी का मुख्य उद्देश्य बिहार में शिक्षा, रोजगार और प्रशासनिक सुधार पर ध्यान केंद्रित करना है। पार्टी अपने दम पर सभी 243 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है और फिलहाल किसी गठबंधन में नहीं है। पार्टी ने प्रशांत किशोर को बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के तौर पर पेश किया है और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष उदय सिंह (पप्पू सिंह) ने दावा किया है कि किशोर बिहार में सबसे लोकप्रिय मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार हैं।

प्रशांत किशोर नीतीश और तेजस्वी दोनों के खिलाफ हैं
प्रशांत किशोर और उनकी जन सूरज पार्टी बिहार की राजनीति में तीसरे विकल्प के रूप में उभरने की कोशिश कर रहे हैं, जो नीतीश कुमार के नेतृत्व वाले एनडीए और तेजस्वी यादव के नेतृत्व वाले महागठबंधन के खिलाफ खुद को खड़ा कर रहे हैं। किशोर दोनों नेताओं की नीतियों और शासन की आलोचना करते हैं और बिहार में शिक्षा, रोजगार और सुशासन को बढ़ावा देने का दावा करते हैं। उनकी आक्रामक रणनीति और बयानबाजी आगामी बिहार विधानसभा चुनावों में एक दिलचस्प राजनीतिक मुकाबले की ओर इशारा करती है।