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Prabhat Vaibhav,Digital Desk : बैंक एक बार फिर चर्चा में है। दरअसल, बाजार नियामक सेबी ने इनसाइडर ट्रेडिंग मामले में बैंक के पूर्व सीईओ सुमंत कठपालिया समेत पांच कार्यकारी अधिकारियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। बैंक में बड़ी वित्तीय अनियमितताओं से संबंधित मामले में उनकी कथित संलिप्तता के आरोपों के कारण सेबी ने उन्हें शेयर बाजार से प्रतिबंधित कर दिया है। इसके साथ ही इन पांचों लोगों के बैंक खाते भी सीज कर दिए गए हैं।

बैंक खाते जब्त, बाजार में प्रवेश पर प्रतिबंध

भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) द्वारा पिछले मंगलवार को जारी अंतरिम आदेश में इंडसइंड बैंक के पूर्व सीईओ सहित पांच अधिकारियों द्वारा कथित रूप से अर्जित 19.7 करोड़ रुपये से अधिक के मुनाफे को जब्त करने का भी निर्देश दिया गया है और उनके खातों को फ्रीज कर दिया गया है। बिजनेस टुडे की एक रिपोर्ट के अनुसार, बैंक खातों में क्रेडिट या डेबिट पर प्रतिबंध लगाने के साथ-साथ बाजार नियामक ने अगले आदेश तक उन सभी पर प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से किसी भी प्रकार की प्रतिभूतियों की खरीद या बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया है।

सेबी ने कार्रवाई क्यों की?

बाजार नियामक सेबी ने इंडसइंड बैंक के शेयर मूल्य में अचानक 27 प्रतिशत की गिरावट की हालिया जांच के बाद यह कार्रवाई की है, जो बैंक द्वारा 10 मार्च 2025 को अपने शेयर मूल्य में अचानक 27 प्रतिशत की गिरावट की रिपोर्ट के बाद अपने डेरिवेटिव पोर्टफोलियो में 1,529 करोड़ रुपये के हेरफेर का खुलासा करने के बाद आई है। सेबी ने जिन पांच अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की है, उनमें इंडसइंड बैंक के पूर्व सीईओ-एमडी सुमंत कठपालिया, अरुण खुराना (पूर्व कार्यकारी निदेशक और डिप्टी सीईओ), सुशांत सौरव (ट्रेजरी ऑपरेशंस के प्रमुख), रोहन जथन्ना (जीएमजी ऑपरेशंस हेड) और अनिल मार्को राव (मुख्य प्रशासनिक अधिकारी) शामिल हैं।

21 दिनों के भीतर जवाब देना होगा

सेबी के पूर्णकालिक सदस्य कमलेश चंद्र वार्ष्णे ने एक अंतरिम आदेश में कहा कि जिन लोगों को इस मामले में नोटिस जारी किया गया है, उन्हें अगले आदेश तक प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से किसी भी तरह से प्रतिभूतियों की खरीद, बिक्री या लेनदेन करने से प्रतिबंधित किया जाता है। इसके साथ ही इस आदेश में कहा गया है कि नोटिस प्राप्तकर्ता नोटिस प्राप्ति की तारीख से 21 दिनों के भीतर अपना जवाब/आपत्ति दर्ज करा सकते हैं। उल्लेखनीय है कि इससे पहले सेबी प्रमुख तुहिन कांत पांडे ने कहा था कि नियामक बैंक के वरिष्ठ नेतृत्व द्वारा गंभीर बाजार उल्लंघन की जांच कर रहा है।

इसका असर स्टॉक पर देखा जा सकता है।

बैंक अधिकारियों पर सेबी की कार्रवाई का असर इंडसइंड बैंक के शेयर पर देखा जा सकता है। पिछले कारोबारी दिन यानी बुधवार को यह बैंकिंग शेयर 1.93 फीसदी की गिरावट के साथ 804.90 रुपये पर बंद हुआ और इसका मार्केट कैप भी घटकर 62,670 करोड़ रुपये रह गया। पिछले छह महीनों में इंडसइंड बैंक का शेयर 20 प्रतिशत और एक साल में 45 प्रतिशत गिरा है।