
Prabhat Vaibhav,Digital Desk : अमृतसर के मानावाल गांव का रहने वाला 15 वर्षीय जुगराज सिंह, अपने मौसा के साथ धार्मिक यात्रा पर निकला था। दोनों हेमकुंड साहिब के दर्शन कर लौट रहे थे। यात्रा का मार्ग दुर्गम था और लगातार हो रही बारिश से रास्ते और अधिक चुनौतीपूर्ण हो गए थे।
पुलना और गोविंदघाट के बीच पुराने पैदल मार्ग पर चलते समय जुगराज कुछ देर के लिए मुख्य रास्ते से अलग हुआ। थकावट के चलते वह अपना संतुलन खो बैठा और करीब 200 मीटर गहरी खाई में गिर गया। इस हादसे से पूरा परिवार घबरा गया, लेकिन किस्मत ने उसका साथ दिया।
जैसे ही घटना की सूचना मिली, गोविंदघाट पुलिस, एसडीआरएफ और फायर सर्विस की टीम तुरंत हरकत में आई। कठिन भू-स्थिति और मौसम की बाधाओं के बावजूद, बचाव दल ने तेजी से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। अत्यंत सतर्कता और सूझबूझ के साथ जुगराज को सुरक्षित खाई से बाहर निकाल लिया गया।
फौरन उसे प्राथमिक उपचार के लिए गुरुद्वारा गोविंदघाट अस्पताल पहुंचाया गया। डॉक्टरों ने जांच के बाद बताया कि जुगराज को केवल पैर में हल्की चोट आई है और वह पूरी तरह से सुरक्षित है। इलाज के बाद उसे परिजनों के हवाले कर दिया गया।
जुगराज के परिवार ने उत्तराखंड पुलिस और बचाव टीम का धन्यवाद करते हुए कहा कि यदि उनकी तत्परता और मेहनत न होती, तो अनहोनी हो सकती थी। यह घटना बताती है कि जब संवेदनशीलता और तत्परता साथ हो, तो बड़ा हादसा भी टल सकता है।