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Prabhat Vaibhav,Digital Desk : पंजाब में गन कल्चर और गैंगस्टर संस्कृति को रोकने के लिए मुख्यमंत्री भगवंत मान की सरकार ने जो सख्त कदम उठाए थे, उनका असर अब साफ नजर आने लगा है। पिछले दो वर्षों में ऐसा कोई नया गाना नहीं आया, जिसमें हथियारों को दिखाया गया हो या गैंगस्टरों को बढ़ावा दिया गया हो।

साल 2022 में भगवंत मान ने आदेश जारी किए थे कि अब कोई भी व्यक्ति न तो ऑनलाइन और न ही ऑफलाइन बंदूक का प्रदर्शन करेगा। इसके साथ ही ऐसे गानों पर पूरी तरह रोक लगा दी गई जो हथियारों या हिंसा को महिमामंडित करते हैं।

राज्य सरकार ने जारी हथियार लाइसेंसों की भी समीक्षा की। अब किसी को नया लाइसेंस तब तक नहीं दिया जा रहा, जब तक जिलाधीश (डीसी) खुद उसकी सिफारिश न करें। शादी या किसी और कार्यक्रम में फायरिंग करना भी अब अपराध माना गया है। नियम तोड़ने वालों पर केस दर्ज कर सख्त कार्रवाई की जा रही है।

सरकार समय-समय पर औचक जांच भी कर रही है ताकि गन कल्चर पर लगाम लगी रहे। अब तक 100 से ज्यादा मामले दर्ज हो चुके हैं, जिनमें गन कल्चर को बढ़ावा देने की कोशिश की गई थी। इसके अलावा अगर कोई व्यक्ति किसी समुदाय के खिलाफ नफरत फैलाने वाली भाषा का प्रयोग करता है तो पुलिस तत्काल कार्रवाई कर रही है।

मुख्यमंत्री मान ने सत्ता में आते ही उन गायकों को चेतावनी दी थी जो अपने गानों में बंदूक और हिंसा को बढ़ावा देते थे। उन्होंने कहा था कि ऐसे गीत समाज में दुश्मनी और हिंसा फैलाते हैं और यह पंजाब की संस्कृति के खिलाफ है।

उन्होंने गायकों से अपील की थी कि वे ऐसे गीत गाएं जिन पर पंजाब, पंजाबी और पंजाबियत को गर्व हो। ऐसे गीत जो भाईचारा, शांति और आपसी सौहार्द को बढ़ावा दें। साथ ही सामाजिक बुराइयों के खिलाफ जागरूकता फैलाएं।