
Prabhat Vaibhav,Digital Desk : सावन महीने की शुरुआत 11 जुलाई से हो रही है और कांवड़ यात्रा को सफल व सुरक्षित बनाने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खास इंतज़ाम करने के निर्देश दिए हैं। इन आदेशों के बाद खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग ने भी अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं।
जिले की सीमा में आने वाले सभी ढाबों, होटलों और खाद्य सामग्री बेचने वाली दुकानों को अब अपना वैध लाइसेंस बोर्ड पर लगाना अनिवार्य कर दिया गया है। इतना ही नहीं, इन जगहों पर खाद्य सामग्री की कीमतों की सूची (रेट लिस्ट) भी सार्वजनिक करनी होगी। प्रशासन का उद्देश्य है कि कांवड़ियों को शुद्ध, सात्विक और शाकाहारी भोजन मिले और कोई उनके व्रत में बाधा न डाले।
इसके अलावा, यात्रा मार्ग में लगने वाले भंडारों के प्रसाद की गुणवत्ता की जांच अधिकारी खुद करेंगे। यदि किसी भी तरह की गड़बड़ी पाई गई तो वह प्रसाद तुरंत नष्ट कर दिया जाएगा। मंगलवार से ही जांच टीमों को होटल और ढाबों की निगरानी का जिम्मा सौंपा गया है।
तकनीक से होगी जांच:
श्रद्धालु अब खुद भी यह परख सकेंगे कि भोजन शुद्ध है या नहीं। हर दुकान के बाहर एक विशेष क्यूआर कोड वाला पोस्टर लगाया जाएगा। जब श्रद्धालु इसे स्कैन करेंगे, तो दुकानदार का नाम, जाति, पता, मोबाइल नंबर और रजिस्ट्रेशन की तारीख जैसी सारी जानकारी उनके मोबाइल पर आ जाएगी। अगर वे संतुष्ट होंगे, तभी वहां से भोजन या प्रसाद ग्रहण करेंगे।
खाद्य विभाग की सख्ती:
जिले के सहायक खाद्य आयुक्त डॉ. श्वेता सैनी ने बताया कि सभी दुकानों, होटलों और ढाबों को आदेश दे दिए गए हैं कि वे अपना लाइसेंस और रेट लिस्ट स्पष्ट रूप से लगाएं। यदि आदेशों की अवहेलना की जाती है तो कार्रवाई की जाएगी। विभाग की टीमें लगातार निगरानी में जुटी रहेंगी।