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Prabhat Vaibhav,Digital Desk : प्रदेश सरकार लगातार यह प्रयास कर रही है कि बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिले और शिक्षक आधुनिक संसाधनों से युक्त हों। इसी क्रम में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को एक बड़े कार्यक्रम के दौरान बेसिक शिक्षा विभाग की कई महत्वपूर्ण योजनाओं का शुभारंभ और लोकार्पण किया।

निपुण प्लस स्पॉट असेसमेंट योजना का शुभारंभ

कार्यक्रम की सबसे अहम घोषणा ‘निपुण प्लस स्पॉट असेसमेंट योजना’ रही। इस योजना के माध्यम से कक्षा 3 से 12 तक के बच्चों का त्वरित और सटीक मूल्यांकन किया जा सकेगा। यह प्रक्रिया यह जानने में मदद करेगी कि बच्चे किस विषय में कमजोर हैं और उन्हें किस क्षेत्र में अतिरिक्त सहायता की जरूरत है। इससे शिक्षण पद्धति अधिक प्रभावी होगी।

ड्रेस, बैग और स्टेशनरी के लिए सीधे खाते में पैसा

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कक्षा 1 से 8 तक के बच्चों के लिए यूनिफार्म, जूते-मोजे, स्कूल बैग और स्टेशनरी खरीदने हेतु उनके अभिभावकों के बैंक खातों में डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) के जरिए राशि भेजने की घोषणा की। इससे पारदर्शिता बढ़ेगी और बच्चों को समय पर आवश्यक सामग्री मिलेगी।

विद्यालयों का निर्माण और डिजिटलीकरण

मुख्यमंत्री ने 43 मुख्यमंत्री मॉडल कंपोजिट विद्यालय और 66 अभ्युदय विद्यालयों का शिलान्यास वर्चुअली किया। इसके अलावा, 139 उच्चीकृत कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों के नए भवनों व छात्रावासों का लोकार्पण भी हुआ। शिक्षा को डिजिटल रूप देने के लिए:

5258 विद्यालयों में ICT लैब

503 पीएम श्री स्कूलों में डिजिटल लाइब्रेरी

7400 स्कूलों में स्मार्ट क्लास की शुरुआत भी की गई।

शिक्षकों का सम्मान और डिजिटल सशक्तिकरण

कार्यक्रम में उत्कृष्ट कार्य करने वाले शिक्षकों को सम्मानित किया गया और उन्हें टैबलेट भी वितरित किए गए ताकि वे तकनीक का उपयोग कर शिक्षण को और प्रभावी बना सकें।

नई शैक्षिक पुस्तकों का विमोचन और CSR सहभागिता

मुख्यमंत्री ने नई शैक्षिक पुस्तकों का विमोचन किया और निजी कंपनियों की CSR (कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी) के तहत शिक्षा क्षेत्र को मिल रहे सहयोग की भी घोषणा की। इससे शिक्षा व्यवस्था को और मजबूती मिलेगी।