
Prabhat Vaibhav,Digital Desk : अब शहर में तेज रफ्तार वाहन चलाना आपको भारी पड़ सकता है। यदि आपकी गाड़ी की गति 40 किलोमीटर प्रति घंटे से अधिक हुई, तो वह सीधे ट्रैफिक पुलिस के रडार पर आ जाएगी और तुरंत ई-चालान कटेगा। सड़क दुर्घटनाओं को कम करने और तेज रफ्तार वाहनों पर लगाम लगाने के उद्देश्य से शहर की यातायात पुलिस को तीन हाईटेक इंटरसेप्टर बाइकें मिल गई हैं, जो रडार तकनीक से लैस हैं।
इन बाइकों पर एक ट्रैफिक सब-इंस्पेक्टर (टीएसआई) और एक हेड कांस्टेबल तैनात रहेंगे। इनके लिए शहर में तीन प्रमुख रूट तय किए गए हैं, जहां यह टीमें नियमित रूप से निगरानी रखेंगी। साथ ही, कहीं जाम लगने की सूचना मिलती है तो ये बाइकें तुरंत मौके पर पहुंचेंगी। गुरुवार को एसपी ट्रैफिक ऑफिस से इन्हें रामघाट रोड, जीटी रोड और आगरा-मथुरा रोड पर तैनात किया गया।
इन इंटरसेप्टर बाइकों को प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ के लिए लाया गया था, जिसके बाद इन्हें जिलों में आवंटित किया गया। यातायात निरीक्षक विनय सागर शुक्ला ने जानकारी दी कि इन बाइकों में स्पीड रडार, फ्लैशर लाइट, हूटर और चालान करने के लिए मोबाइल सिस्टम लगा हुआ है। इसके अलावा, टीएसआई और कांस्टेबल के लिए हेलमेट की भी व्यवस्था की गई है।
शुरुआती योजना के अनुसार, एक टीम सारसौल से कंपनी बाग, दूसरी टीम कंपनी बाग से एटा चुंगी और तीसरी टीम दुबे का पड़ाव से क्वार्सी तक तैनात रहेगी। इनकी ड्यूटी सुबह 8 बजे से रात 10 बजे तक होगी।
टीआई शुक्ला ने बताया कि शहर की सड़क पर सभी वाहनों की अधिकतम गति सीमा 40 किलोमीटर प्रति घंटा तय है। वहीं, हाइवे पर भारी वाहनों और दोपहिया के लिए सीमा 60 किमी/घं और कार के लिए 100 किमी/घं है। यदि कोई वाहन इस सीमा को पार करता है तो रडार उसकी गति दर्ज कर लेगा और ऑटोमैटिक चालान की कार्रवाई होगी।
इस मौके पर टीआई कमलेश कुमार, ई-चालान प्रभारी नेपाल सिंह, टीएसआई मनोज कुमार, हरपाल सिंह, विकास कुमार, मुख्य आरक्षी धीरेंद्र सिंह, गजेंद्र सिंह और जुगेंद्र सिंह भी मौजूद रहे।