
Prabhat Vaibhav, Digital Desk : मणिपुर में दो साल पहले भड़की जातीय हिंसा के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार (13 सितंबर) को पहली बार राज्य का दौरा किया। इस मौके पर उन्होंने कई विकास परियोजनाओं का शिलान्यास किया और लोगों से सीधे संवाद करते हुए शांति और भरोसे का संदेश दिया।
पीएम मोदी का यह दौरा पांच राज्यों की तीन दिवसीय यात्रा का हिस्सा है, जिसके दौरान वे 71,000 करोड़ रुपये से अधिक की योजनाओं की शुरुआत करेंगे। उन्होंने इस यात्रा की शुरुआत मिजोरम की राजधानी आइजोल से की, जहां बैराबी-सैरांग रेल लाइन का उद्घाटन हुआ। इस परियोजना के साथ मिजोरम पहली बार भारतीय रेलवे नेटवर्क से जुड़ गया है।
मणिपुर में पीएम मोदी की बड़ी बातें
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि “मणिपुर की धरती आशा और आकांक्षाओं की धरती है, लेकिन हाल की हिंसा ने इस पर छाया डाल दी थी। राहत शिविरों में रह रहे लोगों से मिलकर मुझे पूरा विश्वास हुआ है कि मणिपुर में उम्मीद और भरोसे का एक नया सवेरा शुरू हो चुका है।”
उन्होंने लोगों से वादा किया कि केंद्र सरकार उनके साथ खड़ी है। मोदी ने जोर दिया कि किसी भी क्षेत्र में विकास तभी संभव है जब वहां शांति हो। उन्होंने बताया कि पिछले 11 वर्षों में पूर्वोत्तर के कई संघर्ष खत्म हुए और लोग विकास के रास्ते पर आगे बढ़े हैं।
कनेक्टिविटी पर खास ध्यान
पीएम मोदी ने कहा कि मणिपुर की भौगोलिक स्थिति और सीमावर्ती इलाकों की वजह से यहां कनेक्टिविटी हमेशा चुनौती रही है। उन्होंने बताया कि 2014 से केंद्र सरकार ने कनेक्टिविटी सुधारने पर विशेष ध्यान दिया है।
सड़क और रेल परियोजनाओं पर बजट कई गुना बढ़ाया गया।
गांवों और शहरों को जोड़ने वाली नई सड़कों पर काम हुआ।
हाल के वर्षों में राष्ट्रीय राजमार्गों पर ₹3,700 करोड़ खर्च किए गए।
₹8,700 करोड़ की लागत से नई सड़क परियोजनाएं चल रही हैं।
विकास योजनाओं का बड़ा पैकेज
प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि हाल ही में लगभग ₹7,000 करोड़ की परियोजनाओं का शिलान्यास किया गया है। इनसे न केवल मणिपुर के लोगों को फायदा होगा बल्कि हिल्स और ट्राइबल समाज की जिंदगी में भी सुधार आएगा।
उन्होंने कहा कि भारत सरकार का निरंतर प्रयास है कि मणिपुर को विकास और कनेक्टिविटी के रास्ते पर तेजी से आगे बढ़ाया जाए।
शांति और संवाद पर जोर
हिंसा की घटनाओं को लेकर मोदी ने कहा कि सरकार लगातार अलग-अलग समूहों से बातचीत कर रही है और कई समझौते हुए हैं। उन्होंने संगठनों और लोगों से अपील की कि शांति का रास्ता अपनाकर अपने सपनों को पूरा करें।
प्रधानमंत्री ने मणिपुर की तारीफ करते हुए कहा, “मणिपुर के नाम में ही मणि है, और यह मणि पूरे उत्तर-पूर्व की चमक को और बढ़ाएगा।”