
Prabhat Vaibhav,Digital Desk : उत्तर प्रदेश सरकार ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर आर्थिक रूप से कमजोर और गंभीर बीमारियों से पीड़ित नागरिकों के उपचार के लिए वित्तीय वर्ष 2024-25 में कुल 1,344 करोड़ रुपये खर्च किए हैं। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, इस अवधि में कुल 66,874 जरूरतमंदों के प्रार्थनापत्रों को स्वीकृति दी गई।
इनमें कैंसर से पीड़ित 7,570 मरीजों को लगभग 166 करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता दी गई। किडनी से संबंधित बीमारियों, ट्रांसप्लांट और उपचार के बाद की देखभाल के लिए 1,729 मरीजों को 33.12 करोड़ रुपये का सहयोग मिला।
चिकित्सा सहायता के अलावा, अग्निकांड, दुर्घटना पीड़ित, मृतक आश्रित, बेटी के विवाह, शिक्षा, और अन्य आपात स्थितियों में भी व्यापक आर्थिक सहायता प्रदान की गई। अकेले उपचार के लिए सर्वाधिक 54,454 मामलों में सहायता उपलब्ध कराई गई। वहीं बेटी के विवाह के लिए 30 मामलों में, मृतक आश्रितों के 87 प्रकरणों में, शिक्षा संबंधी चार मामलों में, दुर्घटना के 19 मामलों और अन्य प्रकार की सहायता से जुड़े 2,036 मामलों में भी आर्थिक मदद प्रदान की गई।
यह आर्थिक सहायता लखनऊ और गोरखपुर में आयोजित जनता दर्शन कार्यक्रमों के दौरान प्राप्त आवेदन पत्रों के अतिरिक्त, जनप्रतिनिधियों और आम नागरिकों से सीधे प्राप्त प्रार्थना पत्रों के आधार पर प्रदान की गई है।
सरकार की इस पहल से प्रदेश के हजारों परिवारों को महत्वपूर्ण राहत मिली है, जिससे उपचार, विवाह, शिक्षा और अन्य जरूरी खर्चों का बोझ कम हुआ है।