img

Prabhat Vaibhav,Digital Desk : घर में कांच का टूटना माना जाता है अशुभ, इससे जीवन में नकारात्मक ऊर्जा, दुर्भाग्य और बाधाएं आ सकती हैं। आइए जानते हैं वास्तु शास्त्र के अनुसार कांच टूटने का क्या मतलब होता है।

वास्तु शास्त्र के अनुसार टूटा हुआ कांच घर में नकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करता है। इससे मानसिक तनाव, अशांति और पारिवारिक कलह बढ़ सकती है।

वास्तु शास्त्र के अनुसार टूटा हुआ कांच घर में नकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करता है। इससे मानसिक तनाव, अशांति और पारिवारिक कलह बढ़ सकती है।

कांच को देवी लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है। घर में टूटा हुआ शीशा रखना अपमान माना जाता है, जिससे आर्थिक हानि और दरिद्रता का भय बना रहता है।

कांच को देवी लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है। घर में टूटा हुआ शीशा रखना अपमान माना जाता है, जिससे आर्थिक हानि और दरिद्रता का भय बना रहता है।

टूटा हुआ कांच अराजकता और असंतुलन का प्रतिनिधित्व करता है। इसका असर दिमाग पर भी पड़ता है, जिससे चिंता, गुस्सा और चिड़चिड़ापन बढ़ता है।

टूटा हुआ कांच अराजकता और असंतुलन का प्रतिनिधित्व करता है। इसका असर दिमाग पर भी पड़ता है, जिससे चिंता, गुस्सा और चिड़चिड़ापन बढ़ता है।

वास्तु शास्त्र में माना जाता है कि टूटा हुआ कांच परिवार के सदस्यों के बीच रिश्तों में तनाव और दूरियां लाता है। इससे प्रेम और सद्भाव प्रभावित हो सकता है।

वास्तु शास्त्र में माना जाता है कि टूटा हुआ कांच परिवार के सदस्यों के बीच रिश्तों में तनाव और दूरियां लाता है। इससे प्रेम और सद्भाव प्रभावित हो सकता है।

टूटा हुआ कांच घर में शुभ कार्यों और सकारात्मक गतिविधियों में बाधा उत्पन्न करता है। इससे कई बार व्यक्ति के काम में बाधा उत्पन्न होती है। यदि घर में दर्पण टूट जाए तो इसे विशेष रूप से बुरा संकेत माना जाता है। इससे दुर्भाग्य, आत्मविश्वास की कमी और आत्म-छवि पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।

टूटा हुआ कांच घर में शुभ कार्यों और सकारात्मक गतिविधियों में बाधा उत्पन्न करता है। इससे कई बार व्यक्ति के काम में बाधा उत्पन्न होती है। यदि घर में दर्पण टूट जाए तो इसे विशेष रूप से बुरा संकेत माना जाता है। इससे दुर्भाग्य, आत्मविश्वास की कमी और आत्म-छवि पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।