वर्ल्ड डेस्क. नार्वे ने दुनिया का पहला ऐसा जहाज समुद्र में उतारा है जो बैटरी से चलता है(Ajab-Gajab)। इसकी वजह से हवा में धुएं के जरिए फैलने वाला प्रदूषण नहीं होगा बल्कि समुद्र में भी प्रदूषण को रोकने में मदद मिलेगी। इस जहाज को बनाने का मकसद प्रदूषण पर लगाम लगाना ही है। इस ई-कार्गो का नाम यारा बिर्कलैंड रखा गया है।
बताया जा रहा है बैटरी (Ajab-Gajab) से चलने वाले इस अपनी तरह के पहले जहाज के जरिए माल ढुलाई की जाएगी। इस जहाज को दो दिन पहले ही समुद्र में उतारा गया है। इस जहाज को बनाने का मकसद प्रदूषण पर लगाम लगाना ही है।
ई-कार्गो का नाम यारा बिर्कलैंड की सबसे खास बात यही है कि ये समुद्र में बिना किसी उत्सर्जन के अपना सफर पूरा कर सकेगा। इतना ही नहीं इसकी दूसरी सबसे बड़ी खास बात है कि इसमें कोई भी चालक दल नहीं होगा, लिहाजा ये बिना चालक दल वाला है जहाज (Ajab-Gajab) होगा। ओस्लो तट पर जब इसको पानी में उतारा गया तो पर्यावरण प्रेमियों को भविष्य के खतरे को कम करने की आस भी बंधी है।
आपको बता दें कि वर्ष 2050 तक समुद्र में होने वाले प्रदूषण को करीब 50 फीसद तक कम करने का लक्ष्य रखा गया है। इसकी वजह से सालाना सड़कों पर डीजल से चलने वाले करीब 40 हजार ट्रक कम हो सकेंगे। इस जहाज (Ajab-Gajab) से नाइट्रोजन आक्साइड और सीओ2 उत्सर्जन को रोकने में मदद मिलेगी। साथ ही सड़क सुरक्षा भी बढ़ेगी। इससे हवा में उड़ती धूल को कम करने और ध्वनि प्रदूषण में भी मदद मिलेगी