Prabhat Vaibhav,Digital Desk : बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के पहले चरण के लिए प्रचार अभियान समाप्त हो जाएगा। राज्य की 121 सीटों के लिए 6 नवंबर को मतदान होगा। बिहार चुनाव में मुख्य रूप से दो गठबंधन आमने-सामने हैं। मुकाबला भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन और राष्ट्रीय जनता दल के नेतृत्व वाले महागठबंधन के बीच है। राज्य में सरकार बनाने के लिए किसी भी गठबंधन को 122 सीटों की आवश्यकता होती है।
पहले चरण के मतदान से पहले ओपिनियन पोल जारी हो गए हैं। आइए आपको बताते हैं कि ओपिनियन पोल में कौन सा गठबंधन आगे है और किसकी सरकार बनने की संभावना है।
मैट्रिज-आईएएनएस के अनुसार, एनडीए 153-164 सीटें, महागठबंधन 76-87 सीटें जीत सकता है, जबकि अन्य 1-3 सीटें, एआईएमआईएम 1-2 सीटें और अन्य 0-4 सीटें जीत सकते हैं।
एनडीए में प्रत्येक पार्टी के पास कितनी सीटें हैं?
मैट्रिज सर्वे के अनुसार, एनडीए में भाजपा को 83-87 सीटें, जेडीयू को 61-65, हम को 4-5, एलजेपी (आर) को 4-5 और आरएलएम को 1-2 सीटें मिलने का अनुमान है।
महागठबंधन में प्रत्येक पार्टी कितनी सीटें जीतेगी?
सर्वे के मुताबिक, महागठबंधन में आरजेडी को 62-66, कांग्रेस को 7-9, सीपीआई (एमएल) को 6-8, सीपीआई को 0-1, सीपीआईएम को 0-1 और वीआईपी को 1-2 सीटें मिलने का अनुमान है।
किसे कितना वोट शेयर?
मैट्रिक्स डेटा के अनुसार, दोनों गठबंधनों के वोट शेयर में काफ़ी अंतर हो सकता है। इस शेयर में एनडीए को 49%, महागठबंधन को 38% और अन्य को 13% वोट मिल सकते हैं।
मेट्रिक्स के अनुसार, बिहार में मुख्यमंत्री पद के लिए नीतीश कुमार अब भी पहली पसंद हैं। सर्वे के अनुसार, 46% लोग नीतीश कुमार, 15% तेजस्वी यादव, 8% चिराग पासवान, 8% प्रशांत किशोर और 4% सम्राट चौधरी को सीएम उम्मीदवार के रूप में पसंद करते हैं।
2025 के बिहार विधानसभा चुनाव की घोषणा हो चुकी है। चुनाव आयोग ने दो चरणों में चुनाव कराने का फैसला किया है। पहले चरण में 121 सीटों पर और दूसरे चरण में 122 सीटों पर मतदान होगा। बिहार में कुल 243 विधानसभा सीटें हैं। 6 और 11 नवंबर को मतदान होगा। नतीजे 14 नवंबर को घोषित किए जाएँगे। राज्य में पहले और दूसरे चरण का मतदान क्रमशः 6 और 11 नवंबर को होगा।
बिहार विधानसभा चुनाव के लिए मैट्रिज-आईएएनएस द्वारा एक ओपिनियन पोल कराया गया। यह ओपिनियन पोल बिहार के लोगों से बातचीत के आधार पर तैयार किया गया था। इसके लिए बिहार की सभी 243 सीटों पर लोगों से बातचीत की गई। ओपिनियन पोल के नतीजों में त्रुटि की संभावना 3 प्रतिशत कम या ज़्यादा है। यह ओपिनियन पोल एबीपी न्यूज़ द्वारा नहीं कराया गया था।




