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Prabhat Vaibhav,Digital Desk : मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को हरिद्वार के रोड़ीबेलवाला मैदान में आयोजित ‘देवभूमि रजत उत्सव 2025’ में प्रतिभाग कर राज्य आंदोलनकारियों, मातृशक्ति और युवाओं को नमन किया। उन्होंने कहा कि यह रजत उत्सव केवल उत्सव नहीं, बल्कि उत्तराखंड के स्वाभिमान, संघर्ष और संकल्प का प्रतीक है।
मुख्यमंत्री ने उन वीरों को श्रद्धांजलि दी जिन्होंने राज्य की स्थापना के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर कर दिया। इस मौके पर लोक गायक नरेंद्र सिंह नेगी और उनकी टीम ने अपने लोकगीतों से वातावरण को सुरमय बना दिया।

“उत्तराखंड ने चुनौतियों से अवसर बनाए”

मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2000 में जब उत्तराखंड का गठन हुआ था, तब संसाधन सीमित थे, लेकिन जनता की दृढ़ इच्छाशक्ति और परिश्रम ने राज्य को देश के अग्रणी प्रदेशों की पंक्ति में खड़ा कर दिया।
उन्होंने कहा कि देवभूमि की पहचान केवल उसकी प्राकृतिक सुंदरता से नहीं, बल्कि संस्कृति, परंपराओं और आस्था से भी है।
धामी ने कहा —

“देवभूमि रजत उत्सव हमारी गौरवशाली विरासत और सांस्कृतिक आत्मा का उत्सव है। हम परंपरा के साथ आधुनिकता की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहे हैं।”

“विकसित भारत, विकसित उत्तराखंड का लक्ष्य”

मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में राज्य सरकार गांवों से लेकर शहरों तक हर वर्ग के लिए योजनाएं चला रही है।
शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, पेयजल, खेल और हवाई संपर्क के क्षेत्र में व्यापक कार्य जारी हैं।
उन्होंने कहा कि ‘लोकल फॉर वोकल’ और ‘स्टार्टअप इंडिया’ जैसी योजनाएं युवाओं के लिए नए अवसर पैदा कर रही हैं।

“धर्मांतरण, लव जिहाद और भ्रष्टाचार पर कड़ा प्रहार”

चार वर्षों के कार्यकाल का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि

“धर्मांतरण, लैंड जिहाद, लव जिहाद, नकल माफिया और भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त निर्णय जनहित में लिए गए हैं।”
उन्होंने समान नागरिक संहिता (UCC), अवैध मदरसों पर कार्रवाई और ‘ऑपरेशन कालनेमि’ जैसे अभियानों को शासन की पारदर्शी नीतियों का हिस्सा बताया।

“हरिद्वार में विकास की नई लहर”

मुख्यमंत्री ने हरिद्वार के विकास कार्यों का ब्योरा देते हुए बताया कि

186 करोड़ रुपए की सीवरेज नेटवर्क परियोजना और

187 करोड़ रुपए की पेयजल योजनाएं तेजी से पूरी हो रही हैं।
इसके अलावा, मेडिकल कॉलेज और लालढांग में मॉडल डिग्री कॉलेज की स्थापना से शिक्षा और स्वास्थ्य को मजबूती मिलेगी।
उन्होंने कहा कि हरकी पैड़ी से चंडी देवी तक रोपवे निर्माण और बरसाती नदी पर पुल निर्माण के कार्य भी प्रगति पर हैं।

“हरिद्वार-ऋषिकेश कॉरिडोर बनेगा आस्था और पर्यटन का केंद्र”

धामी ने बताया कि सरकार काशी विश्वनाथ और उज्जैन महाकाल कॉरिडोर की तर्ज पर ‘हरिद्वार-ऋषिकेश कॉरिडोर’ विकसित कर रही है, जिसकी डीपीआर तैयार हो चुकी है।
साथ ही, हेली सेवाओं के लिए हेलीपोर्ट निर्माण की योजना पर भी कार्य चल रहा है।
उन्होंने वर्ष 2027 के अर्धकुंभ मेले की तैयारियों का उल्लेख करते हुए कहा कि निर्माण कार्यों में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

“टेक्नोलॉजी और परंपरा का अनोखा संगम”

कार्यक्रम में तकनीक और परंपरा का अनूठा मेल देखने को मिला, जब मंच से एक एआई रोबोट ने डिजिटल इंडिया की सफलता गाथा सुनाई।
रोबोट ने प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत की तकनीकी प्रगति का उल्लेख किया, जिस पर पूरा सभागार तालियों से गूंज उठा।

“गढ़रत्न नेगी के सुरों में झूम उठा हरिद्वार”

सांस्कृतिक संध्या में गढ़रत्न नरेंद्र सिंह नेगी ने अपनी मधुर आवाज़ और लोकधुनों से पूरा माहौल भावनाओं और उत्साह से भर दिया।
उनके गीत “ठंडो रे ठंडो मेरे पहाड़ों का पानी ठंडो” और “त्रियुगी नारायण” पर दर्शक झूम उठे।
बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक सभी ने तालियां बजाकर उत्तराखंड की लोकसंस्कृति का जश्न मनाया।