लखनऊ, 22 दिसंबर। आये दिन प्रदेश भर से मरीजों को होने वाली असुविधाओं की खबरें अक्सर आती रहती हैं। डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने इन शिकायतों को गंभीरता से लिया है। इस बाबत उन्होंने दिशा निर्देश जारी किये हैं। उन्होंने कहा है कि अस्पताल में मरीज व परिजनों को किसी भी प्रकार की तकलीफ नहीं होनी चाहिए। डॉक्टर व कर्मचारी अपने काम काज का तरीके में तब्दीली लाये। मरीजों से वसूली व बदसलूकी जैसी घटनाये किसी भी दशा में न हों। ऐसा करने वालों पर कठोर कार्रवाई होगी। अव्यवस्था को रोकने के लिए अधिकारी नियमित राउंड लें। ताकि घटनाओं पर अंकुश लगाया जा सके। गोंडा की घटना के बाद यूपी के उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने गुरुवार को प्रदेश भर के सभी सीएमओ और सीएमएस को निर्देशित किया है।
उनका कहना है कि सरकार लगातार मरीजों को सुविधायें मुहैया कराने के लिए प्रयास कर रही है। डॉक्टर व कर्मचारी मेहनत से काम कर रहे हैं। 2017 के बाद से अस्पतालों में काफी सुधार भी हो रहा है। डॉक्टर-कर्मचारियों के बरताव में बदलाव आया है। संसाधन भी बढ़े हैं। मरीजों तक सरकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाने के लिए कड़ी मेहनत की जा रही है।
कुछ डॉक्टर-कर्मचारी मरीजों को पीड़ा देने से बाज नहीं आ रहे हैं। इससे सबकी मेहनत पर पानी फिर रहा है। ऐसे लोग सतर्क हो जायें। कामकाज का तरीका बदल लें। अन्यथा कठोर कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा कि गोंडा जैसी घटनायें भविष्य में नहीं होनी चाहिए। ऐसे करने वाले किसी भी अधिकारी व कर्मचारी को बख्शा नहीं जायेगा। मरीजों के इलाज में किसी भी स्तर पर लापरवाही नहीं बरती जानी चाहिए। बृजेश पाठक ने कहा कि सरकारी अस्पतालों में इलाज की सभी सुविधाएं मुफ्त मुहैया कराई जा रही हैं। लिहाजा अनैतिक रूप से धन कमाने की कोई भी चेष्टा न करे।
डिप्टी सीएम पाठक ने कहा कि ओटी के बाहर सीसीटीवी कैमरे लगवाये जायें। जहां कैमरे लगे हैं अधिकारी उन्हें देखें। यदि खराब हैं तो चालू करवाये। मरीजों से किसी भी दशा में पैसे न लिये जायें।
महिला अस्पताल में भी विशेष सतर्कता बरती जाये। जांच से लेकर सभी दवा मरीजों को मुफ्त उपलब्ध कराई जाए। साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखा जाये। ठंड से बचाव के इंतजाम किये जाएं। तीमारदारों के लिए अलाव की व्यवस्था करें। पीने के साफ पानी का इंतजाम करें।