Prabhat Vaibhav,Digital Desk : धनतेरस नज़दीक आ रहा है, और बाज़ार में एक बार फिर वही पुराना सवाल गूंज रहा है: "क्या इस बार सोना-चाँदी खरीदें या इंतज़ार करें?" इसकी वजह यह है कि पिछले नौ महीनों में सोने-चाँदी के प्रदर्शन ने निवेशकों को खुश कर दिया है। धनतेरस 2025 पर सबसे ज़्यादा ख़रीदी जाने वाली वस्तु चाँदी ही होगी। साल की शुरुआत में 80,000 किलोग्राम वाली चाँदी अब 1,50,000 किलोग्राम के पार पहुँच गई है, जो लगभग दोगुनी वृद्धि दर्शाता है।
सोने और चांदी की मांग इतनी अधिक क्यों है?
यहाँ तक कि प्रमुख ब्रोकरेज फर्मों का भी अनुमान है कि अगर यही गति जारी रही, तो 2026 तक चाँदी 2,40,000 किलोग्राम तक पहुँच सकती है। यह उछाल सिर्फ़ अनुष्ठानों या आभूषणों की माँग से ही प्रेरित नहीं है, बल्कि उद्योग की माँग से भी प्रेरित है। आज चाँदी का इस्तेमाल सिर्फ़ आभूषणों में ही नहीं, बल्कि मोबाइल फ़ोन, सौर पैनल और इलेक्ट्रिक कारों में भी होता है, और यही इसकी असली ताकत बन रही है।
सोना भी पीछे नहीं है। "सुरक्षित निवेश" का आकर्षण बरकरार है। जहाँ चाँदी में तेज़ी आई है, वहीं सोने की कीमत भी रिकॉर्ड तोड़ तेज़ी से बढ़ी है। आज, 10 ग्राम सोने की कीमत ₹1.28 लाख से ₹1.30 लाख के बीच पहुँच गई है - पिछले साल के मुकाबले लगभग 25% की बढ़ोतरी। बाज़ार विशेषज्ञों के अनुसार, अगले साल तक यह ₹1,50,000 प्रति 10 ग्राम तक पहुँच सकता है। कारण स्पष्ट हैं - डॉलर की कमज़ोरी, मुद्रास्फीति की आशंका और शेयर बाज़ार में उतार-चढ़ाव। लोग ऐसी संपत्तियों में निवेश कर रहे हैं जो हमेशा चमकती रहेंगी।
सावधान! हर चमकदार धातु सोना या चाँदी नहीं होती।
नकली धातुओं का बाज़ार भी बढ़ गया है। सोना खरीदते समय हमेशा बीआईएस हॉलमार्क ज़रूर देखें, और सोने-चाँदी के सिक्के खरीदते समय ध्यान रखें कि देवी लक्ष्मी या भगवान गणेश की तस्वीर वाला हर सिक्का असली नहीं होता। असली चाँदी में चुंबकीय गुण नहीं होते, और समय के साथ उस पर हल्की काली परत (ऑक्सीकरण) बनना स्वाभाविक है - यही उसकी प्रामाणिकता का संकेत है।
क्या हमें इस धनतेरस पर सोना और चांदी खरीदना चाहिए या नहीं?
अगर आप पूजा-पाठ, उपहार या लंबी अवधि के निवेश के लिए खरीदारी कर रहे हैं, तो सोना और चांदी दोनों ही फायदेमंद साबित हो सकते हैं। हालाँकि, अगर आप सिर्फ़ मुनाफ़े के लिए खरीदारी कर रहे हैं, तो थोड़ा इंतज़ार करना समझदारी होगी, क्योंकि त्योहारों के बाद बाज़ार में मुनाफ़ावसूली की लहर चलने की संभावना है, जिससे कीमतों में थोड़ी गिरावट आने की संभावना है। इस धनतेरस पर सोना-चांदी खरीदना अभी भी फ़ायदे का सौदा हो सकता है - खरीदते समय सही दाम, सही धातु चुनें, क्योंकि इनकी चमक हमेशा बनी रहेगी... बस सवाल समय का है।




