बरेली। पूर्वोत्तर रेलवे, इज्जतनगर मंडल के मंडल चिकित्सालय में आज मधुमेह जागरूकता पर एक विशेष गोष्ठी और शिविर का आयोजन किया गया। मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. यू.एस. नाग के निर्देशन में आयोजित इस कार्यक्रम का उद्देश्य मधुमेह के प्रति जागरूकता फैलाना और इससे बचाव के उपायों की जानकारी देना था।
गोष्ठी के दौरान डॉ. नाग ने मधुमेह के प्रकार, लक्षण, कारण, बचाव और उपचार के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि यह बीमारी इंसुलिन हार्मोन की कमी या उसकी कार्यक्षमता में कमी के कारण होती है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, आने वाले वर्षों में भारत में मधुमेह रोगियों की संख्या सबसे अधिक होगी। उन्होंने रोग के लक्षणों जैसे अत्यधिक प्यास, भूख, थकान, वजन में कमी, और बार-बार संक्रमण के प्रति सचेत रहने की सलाह दी।
शिविर में मधुमेह के नियमित परीक्षण और संतुलित आहार की आवश्यकता पर जोर दिया गया। डॉ. नाग ने कहा, "ब्लड शुगर की नियमित जाँच और संतुलित जीवनशैली मधुमेह प्रबंधन का महत्वपूर्ण हिस्सा है। दवा या इंसुलिन का नियमित उपयोग रोग को नियंत्रित रखने में मदद करता है।"
गोष्ठी में सहायक मंडल चिकित्सा अधिकारी डॉ. विनिथा शर्मा और अपर मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. मनोहर ने भी मधुमेह की रोकथाम और उपचार पर जानकारी दी। इस अवसर पर वरिष्ठ मंडल चिकित्सा अधिकारी डॉ. आशुतोष शंखधर, डॉ. सचिन श्रीवास्तव, डॉ. नेहा सक्सेना, डॉ. ऋषभ गाबा, डॉ. विदुषी, डॉ. यूसरा हसन और अन्य चिकित्सक व पैरामेडिकल स्टाफ मौजूद रहे।
शिविर में 140 रेलकर्मियों और उनके परिजनों ने भाग लिया और ग्लूकोमीटर से अपनी ब्लड शुगर की जाँच करवाई। चित्रों और पंपलेट के माध्यम से भी मधुमेह के प्रति जागरूकता फैलाने का प्रयास किया गया।
इस कार्यक्रम ने मधुमेह जैसी गंभीर बीमारी को समझने और उसे नियंत्रित करने के लिए लोगों को प्रेरित किया। पूर्वोत्तर रेलवे का यह प्रयास स्वास्थ्य सेवाओं में एक नई पहल के रूप में देखा जा रहा है।