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Prabhat Vaibhav,Digital Desk : उत्तर प्रदेश में निवेश को ज़मीन पर उतारने की दिशा में सरकार एक और बड़ा आयोजन करने जा रही है। इन्वेस्ट यूपी ने घोषणा की है कि राज्य की ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी (GBC)-5 इसी माह 25 नवंबर से पहले आयोजित की जाएगी।
हालांकि कार्यक्रम की अंतिम तारीख तय नहीं हुई है, लेकिन माना जा रहा है कि इसे अयोध्या में 25 नवंबर को होने वाले श्रीराम मंदिर ध्वजारोहण समारोह से पहले संपन्न कराया जा सकता है। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शामिल होने की संभावना जताई जा रही है।

5 लाख करोड़ रुपये का निवेश लक्ष्य तय

सरकार ने इस बार GBC-5 के लिए 5 लाख करोड़ रुपये के निवेश का लक्ष्य निर्धारित किया है। औद्योगिक विकास विभाग ने इसके लिए 29 विभागों को अलग-अलग लक्ष्य दिए हैं।
सबसे बड़ा लक्ष्य उत्तर प्रदेश औद्योगिक विकास प्राधिकरण (UPSIDC) को सौंपा गया है, जिसे 70 हजार करोड़ रुपये के निवेश प्रस्तावों को पूरा करने की जिम्मेदारी दी गई है।

इसके साथ ही सरकार ने यूपीसीडा को निर्देश दिया है कि वह भूमि बैंक (Land Bank) तैयार करे, ताकि निवेशकों को ज़मीन उपलब्ध कराने में कोई देरी न हो और परियोजनाओं की शुरुआत बिना रुकावट के हो सके।

जिलों में निवेश प्रस्तावों की कवायद तेज़

सरकार ने सभी मंडलायुक्तों और जिलाधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे अपने-अपने क्षेत्रों से निवेश प्रस्ताव जल्द से जल्द भेजें।
अधिकारियों को उम्मीद है कि निवेश प्रस्तावों की कुल राशि निर्धारित लक्ष्य से अधिक, यानी पांच लाख करोड़ रुपये से भी ज़्यादा हो सकती है।

हाल ही में यूपीसीडा के सीईओ विजय किरन आनंद ने विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक की। इस दौरान उन्होंने कहा कि जितने अधिक निवेश प्रस्ताव तैयार होंगे, उतना ही प्रदेश की औद्योगिक छवि मजबूत होगी।

यूपी बन रहा निवेशकों की पसंदीदा मंज़िल

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश निवेश के लिए देश के सबसे आकर्षक राज्यों में तेजी से उभर रहा है।
पारदर्शी नीतियां, बेहतर कानून व्यवस्था, मजबूत इंफ्रास्ट्रक्चर और तेज़ प्रशासनिक निर्णय प्रक्रिया ने राज्य को निवेशकों के लिए ‘फर्स्ट चॉइस डेस्टिनेशन’ बना दिया है।