नई दिल्ली. तमिलनाडु में हुई हेलीकॉप्टर दुर्घटना में इकलौते जिंदा बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह (Group Captain Varun Singh) का एक खत सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह (Group Captain Varun Singh) का खत वायरल होने के बाद एक चर्चा का विषय बन गया है। वरुण सिंह ने यह खत सितंबर में अपने स्कूल के प्रधानाचार्य को लिखा था। बता दें, हेलीकॉप्टर दुर्घटना में 14 लोगों में इकलौते जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह अभी बेंगलुरु के सैन्य अस्पताल में जीवन के लिए संघर्ष कर रहे हैं।
हरियाणा के चंडीमंदिर में स्थित आर्मी पब्लिक स्कूल के प्रधानाचार्य को लिखे खत में ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह (Group Captain Varun Singh) ने छात्रों से कहा था कि औसत दर्जे का होना ठीक होता है। स्कूल में हर कोई उत्कृष्ट नहीं होता और सभी 90 प्रतिशत अंक नहीं ला पाते। अगर आप ऐसा कर पाते हैं तो यह एक उपलब्धि है उसकी सराहना होनी चाहिए।
खत में कहा गया, ‘लेकिन आप ऐसा नहीं कर पाते तो यह मत सोचिये कि आप औसत दर्जे का होने के लिए बने हैं। आप स्कूल में औसत दर्जे के हो सकते हैं लेकिन इसका कतई मतलब नहीं है कि जीवन में आने वाली चीजें भी ऐसी ही होंगी।’ उन्होंने लिखा था, ‘अपने मन की आवाज सुनिए। यह कला हो सकती है, संगीत हो सकता है, ग्राफिक डिजाइन, साहित्य इत्यादि। आप जो भी काम कीजिये उसके प्रति समर्पित रहिये, अपना सर्वोत्तम दीजिये। कभी यह सोचकर सोने मत जाइये कि आपने कम प्रयास किया।
बता दें, पिछले साल वह एक तेजस विमान उड़ा रहे थे, जिसमें एक बड़ी तकनीकी खामी आ गई थी लेकिन उन्होंने अपने साहस और सूझबूझ का परिचय देते हुए उड़ान के बीच एक भीषण दुर्घटना को टाल दिया, जिसके लिए उन्हें अगस्त में शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया था।