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Prabhat Vaibhav,Digital Desk : हिमालयी क्षेत्र की सबसे लंबी 280 किमी पैदल नंदादेवी राजजात यात्रा में अब आठ माह शेष हैं। इसको लेकर शासन-प्रशासन बुनियादी सुविधाओं को सुनिश्चित करने में जुट गया है। खासतौर पर यात्रा के मुख्य और सुगम पड़ावों पर वाहनों की पार्किंग और यात्रियों की सुविधा सबसे बड़ी चुनौती बनी हुई है।

सरकारी आदेशों के अनुसार, आरडब्ल्यूडी को वाहन पार्किंग की व्यवस्था सौंपी गई है। इसके साथ ही यात्रियों के लिए दस स्थानों पर विश्राम गृह और सामुदायिक हॉल के निर्माण के लिए धनराशि स्वीकृत हो चुकी है। इससे चयनित स्थलों पर अस्थायी और स्थाई पार्किंग का निर्माण शीघ्र शुरू किया जाएगा।

पार्किंग और सुविधाओं का विवरण:

कर्णप्रयाग: दो पार्किंग स्थल + सामुदायिक हॉल, 27 वाहनों की पार्किंग, लागत 303.65 लाख

नंदानगर: तीन-तीन पार्किंग स्थल, कनोल मुख्य पड़ाव में 30 वाहनों की स्थायी पार्किंग (33.65 लाख), आला में 13 वाहनों की अस्थायी पार्किंग (18.30 लाख), रामणी में 30 वाहनों के लिए सतह पार्किंग (31 लाख)

थराली: राजकीय पॉलीटेक्निक कुलसारी के पास 88 वाहनों के लिए अस्थायी पार्किंग (5.59 लाख), अन्य स्थानों पर दो पार्किंग स्थल

नौटी: 85 दुपहिया और चौपहिया वाहनों के लिए पार्किंग (42.39 लाख)

चेपड़ों: शहीद भवानीदत्त इंटर कॉलेज के पास विश्राम गृह और आठ वाहनों की पार्किंग (71.56 लाख)

देवाल: सरकोट में विश्राम गृह और 70 वाहनों की पार्किंग (115.21 लाख)

नारायणबगड़: भगवती में 94 वाहनों की अस्थायी पार्किंग (79.56 लाख)

गैरसंण कांसुवा: 43 वाहनों की अस्थायी पार्किंग

कुल स्वीकृत राशि: तकनीकी मूल्यांकन समिति द्वारा 765.63 लाख रुपये स्वीकृत किए गए हैं।

यह पहल न केवल यात्रियों को सुविधाजनक पार्किंग और विश्राम गृह उपलब्ध कराएगी, बल्कि स्थायी पार्किंग से स्थानीय लोगों को भी लाभ मिलेगा। धनराशि स्वीकृत होने के बाद नियमों के अनुसार कार्य संपन्न किया जाएगा, ताकि समय पर सभी सुविधाएं पूरी तरह तैयार हो सकें।